छत्तीसगढ़ से दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई की प्रक्रिया शुरू होते ही प्रदेश में मौसम का मिजाज तेजी से बदल गया है। राजधानी रायपुर समेत मैदानी इलाकों में जहाँ सुबह-शाम गुलाबी ठंड महसूस होने लगी है, वहीं उत्तरी छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में ठंड ने अपनी दस्तक दे दी है।
ठंड का सबसे ज्यादा असर अंबिकापुर में दिखाई दे रहा है, जहां न्यूनतम तापमान गिरकर 18.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया है।
उत्तरी छत्तीसगढ़ में तापमान में गिरावट
• अंबिकापुर: सर्गगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर को प्रदेश का सबसे ठंडा इलाका माना जाता है। यहाँ का न्यूनतम तापमान 18.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से काफी कम है।
• ठंडी शुष्क हवा: मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, मानसून की वापसी के साथ ही उत्तरी-पश्चिमी दिशा से ठंडी और शुष्क हवाओं का प्रवाह शुरू हो गया है। यही कारण है कि तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है।
• गुलाबी ठंड का अहसास: सुबह और देर रात के समय अब लोगों को हल्के गर्म कपड़ों की जरूरत महसूस होने लगी है। ग्रामीण और पठारी क्षेत्रों में कोहरा भी दिखाई देने लगा है।
मौसम विभाग का अनुमान
मौसम विभाग ने पुष्टि की है कि प्रदेश से मानसून की विदाई अपने अंतिम चरण में है।
• बारिश में कमी: अब पूरे प्रदेश में बारिश की गतिविधियों में उल्लेखनीय कमी आएगी।
• तापमान में और गिरावट: आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट दर्ज होने की संभावना है। विशेष रूप से अक्टूबर के आखिरी सप्ताह से ठंड का असर और बढ़ सकता है, जिससे लोगों को शीतलहर जैसी परिस्थितियों के लिए तैयार रहना होगा।
राजधानी रायपुर में भी रात के समय तापमान में कमी आई है, लेकिन ठंड का मुख्य प्रभाव फिलहाल उत्तरी छत्तीसगढ़ में केंद्रित है।