नवरात्रि के आठवें दिन: माँ महागौरी की पूजा का महत्व, विधि और कथा

नवरात्रि के आठवें दिन माँ महागौरी की पूजा की जाती है। माँ दुर्गा के आठ रूपों में से माँ महागौरी का आठवां रूप है। इनकी उपासना से भक्तों को अक्षय पुण्य, सभी प्रकार के पापों से मुक्ति, आलौकिक सिद्धियां, सुख-समृद्धि, धन-धान्य, और मनोकामना पूर्ति प्राप्त होती है।

माँ महागौरी का ध्यान-स्मरण और पूजन-आराधना भक्तों के लिए अत्यंत कल्याणकारी माना जाता है।

पूजा विधि:

  • प्रातःकाल स्नान-ध्यान के बाद माँ महागौरी की मूर्ति या तस्वीर को गंगाजल से स्नान कराएं।
  • माँ को सफेद वस्त्र अर्पित करें।
  • सफेद फूलरोलीकुमकुमअक्षतधूपदीपनैवेद्य और भोग अर्पित करें।
  • माँ महागौरी का मंत्र जाप करें:

ॐ ययातिनंदकारिण्यै महादेवप्रियायै नमः

  • दुर्गासप्तशती का पाठ करें।
  • आरती गाएं।
  • कन्या पूजन करें।

कथा:

धार्मिक मान्यता के अनुसार, देवी पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए कठोर तपस्या की थी। इस तपस्या के दौरान माँ पार्वती का शरीर कालिमा युक्त हो गया था। भगवान शिव ने माँ पार्वती को गंगा जल से स्नान कराया जिससे माँ पार्वती का शरीर पवित्र और गौर हो गया। तभी से माँ पार्वती को माँ महागौरी के नाम से जाना जाता है।

माँ महागौरी की पूजा से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

नवरात्रि के आठवें दिन माँ महागौरी की पूजा विधि-विधान से करें और माँ का आशीर्वाद प्राप्त करें।

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