रायपुर। दंतेवाड़ा जिले में डीएमएफ मद से सड़क निर्माण में अनियमितताओं के मामले ने विधानसभा में हंगामा खड़ा कर दिया। तीखी बहस के बीच डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने सदन में घोषणा की कि इस गड़बड़ी के मामले में पांच लोगों को निलंबित किया जाएगा। साथ ही, ठेकेदार से वसूली करने और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का ऐलान किया गया।
सड़क निर्माण में अनियमितता का मामला
भाजपा सदस्य अजय चंद्राकर ने प्रश्नकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाया और निर्माण में गड़बड़ी के आरोप लगाए। उन्होंने पूछा कि क्या ठेकेदार को अधिक भुगतान किया गया और क्या शिकायतों की जांच हुई। डिप्टी सीएम ने बताया कि यह कार्य पीएम ग्राम सड़क योजना के तहत नहीं, बल्कि विशेष केंद्रीय सहायता मद में स्वीकृत था।
जांच में अनियमितताओं की पुष्टि
डिप्टी सीएम ने स्वीकार किया कि दंतेवाड़ा कलेक्टर ने इस मामले में शिकायत मिलने के बाद पांच सदस्यीय टीम से जांच कराई थी। जांच में अर्थवर्क, डामरीकरण, डब्लूबीएम, सोल्डर कार्य, और रिटनिंग वॉल में अनियमितताओं का खुलासा हुआ। ठेकेदार से 2 करोड़ रुपये की वसूली का आदेश भी जारी किया गया।
विपक्ष का आरोप और हंगामा
अजय चंद्राकर ने आरोप लगाया कि डिप्टी सीएम भ्रष्टाचार को छिपा रहे हैं और दोषियों को बचा रहे हैं। इस पर सदन में तीखी बहस हुई। आसंदी को हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों को शांत कराना पड़ा।
ठेकेदार पर राजनीतिक विवाद
विपक्ष ने ठेकेदार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह जिला कांग्रेस अध्यक्ष है। अजय चंद्राकर ने ठेकेदार के सभी कार्यों की जांच की मांग की। डिप्टी सीएम ने आश्वासन दिया कि इस मामले की विस्तृत जांच कराई जाएगी।
इनके निलंबन की घोषणा
- डिप्टी सीएम ने सदन में दोषी अफसरों के निलंबन और कार्रवाई की घोषणा की.
- सेवानिवृत्त हो चुके कार्यपालन अभियंता अनिल राठौर के विरूद्ध जांच की जा रही है.
- कार्यपालन अभियंता दामोदर सिंह सिदार को निलंबित कर विभागीय जांच की घोषणा
- अनुविभागीय अधिकारी तारकेश्वर दीवान को निलंबित कर विभागीय जांच की घोषणा.
- सहायक अभियंता आरवी पटेल को निलंबित कर विभागीय जांच का ऐलान.
- एक उपअभियंता का निधन हो चुका है.
- उपअभियंता रविकांत सारथी को निलंबित किया जा चुका है.
- ठेकेदार के खिलाफ वसूली, जांच के आदेश हो गए हैं, एफआईआर का आदेश हो गया है.
- ठेकेदार को पीडब्ल्यूडी में ब्लैक लिस्टेड किया गया है.