मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने काम में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की है। नौ महीने के कार्यकाल में तीन जोड़े एसपी और कलेक्टर हटाए गए। जानें, अब तक कौन-कौन से जिले प्रभावित हुए।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने नौ महीने के कार्यकाल में काम में लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर कड़ा रुख अपनाया है। अब तक तीन जोड़े एसपी और कलेक्टर हटाए जा चुके हैं। यह सख्त कार्रवाई पहली बार बलौदाबाजार में हिंसा के बाद हुई, जब कलेक्टर और एसपी दोनों को हटाया गया और फिर निलंबित भी किया गया।
दूसरी कार्रवाई सितंबर में कबीरधाम की हिंसात्मक घटना के बाद हुई, जब वहां के एसपी और कलेक्टर को हटाया गया। हाल ही में, सूरजपुर में प्रधान आरक्षक की पत्नी और पुत्री की हत्या के बाद वहां के कलेक्टर और एसपी को भी हटा दिया गया।
मुख्यमंत्री साय अपनी सख्त और गंभीर छवि के लिए जाने जाते हैं, जहां काम में लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाता। मई 2024 में ही उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट संकेत दिए थे कि जनता की समस्याओं का समाधान नहीं होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बड़े कदम:
बलौदाबाजार हिंसा के बाद, कलेक्टर कुमार लाल चौहान और एसपी सदानंद कुमार को निलंबित किया गया।
सितंबर में कवर्धा हिंसा के बाद कलेक्टर जन्मेजय महोबे और एसपी अभिषेक पल्लव को हटाया गया।
बस्तर के कलेक्टर विजय दयाराम को भी काम में लापरवाही के कारण हटा दिया गया।
मुख्यमंत्री साय का यह कदम दर्शाता है कि राज्य में लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।