रायपुर। प्रदेश के 29 इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए चल रही काउंसलिंग का तीसरा और अंतिम चरण रविवार, 3 अगस्त को पूरा हो जाएगा। इसके साथ ही इंजीनियरिंग प्रवेश प्रक्रिया औपचारिक रूप से समाप्त हो जाएगी। हालांकि, तकनीकी शिक्षा संचालनालय (DTE) ने राज्य शासन को संस्थावार काउंसलिंग (Institute Level – IL) के लिए भी प्रस्ताव भेजा है। मंजूरी मिलने पर यह प्रक्रिया 5 से 14 अगस्त के बीच आयोजित हो सकती है।
इस साल तीन चरणों की काउंसलिंग
पहले इंजीनियरिंग एडमिशन के लिए तीन प्रमुख चरणों के बाद संस्थावार काउंसलिंग होती थी, लेकिन पिछले तीन वर्षों से यह व्यवस्था बदलकर दो प्रमुख चरणों और उसके बाद संस्थावार काउंसलिंग की गई। इस साल DTE ने फिर से तीन चरणों की काउंसलिंग कराई है, जिसका समापन 3 अगस्त को हो रहा है।
MCA के लिए बड़ा बदलाव
तकनीकी शिक्षा संचालनालय ने इस साल से MCA में दाखिले के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। अब 650 सीटों पर एडमिशन के लिए ‘रेलेवेंट ब्रांच’ की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। यानी अब बीए, बीकॉम या किसी भी अन्य विषय का विद्यार्थी मास्टर्स इन कंप्यूटर एप्लीकेशन (MCA) कर सकता है।
पॉलीटेक्निक कॉलेजों में घटी रुचि
जहां इंजीनियरिंग की पढ़ाई को लेकर छात्रों का उत्साह बढ़ा है, वहीं पॉलीटेक्निक कॉलेजों की स्थिति खास अच्छी नहीं रही। शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेजों में इस बार अधिकांश सीटें खाली रह गई हैं।
एडमिशन की अंतिम तारीख अहम
जिन विद्यार्थियों को तीसरे चरण में सीट अलॉट हुई है, उन्हें 3 अगस्त तक कॉलेज जाकर प्रवेश की प्रक्रिया पूरी करनी होगी। आईएल काउंसलिंग का शेड्यूल बाद में जारी हो सकता है, लेकिन समय पर एडमिशन न लेने पर आवंटित सीटें स्वतः रद्द हो जाएंगी।
सीट अलॉटमेंट का हाल
जानकारी के अनुसार, पहले चरण में 5043 सीटों के लिए 3422 सीटें अलॉट हुई थीं। दूसरे चरण में लगभग 1266 और सीटें भरी गईं। तीसरे चरण तक प्रदेश के चुनिंदा इंजीनियरिंग कॉलेजों की अधिकांश सीटें भर चुकी हैं। अब आईएल काउंसलिंग के दौरान मैनेजमेंट कोटा सहित शेष रिक्त सीटों पर एडमिशन दिया जाएगा।