Raipur : छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाला मामले में आज अहम फैसला सुनाया गया। आरोपियों की न्यायिक और पुलिस रिमांड पर सुनवाई करते हुए विशेष न्यायालय ने आबकारी विभाग के पूर्व एमडी अरुणपति त्रिपाठी को 25 अप्रैल तक ईओडब्लू की रिमांड पर सौंप दिया है। वहीं, अनवर ढेबर और अरविंद सिंह को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
यह फैसला एसीबी-ईओडब्लू की विशेष अदालत ने सुनाया। बता दें कि छह दिनों की रिमांड अवधि पूरी होने के बाद आज ईओडब्लू की टीम ने आरोपियों को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया था। इससे पहले एसीबी ने तीनों आरोपियों से आमने-सामने पूछताछ पूरी कर ली थी।
ईओडब्लू ने 71 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है
ईडी की रिपोर्ट के आधार पर ईओडब्लू द्वारा दर्ज कराई गई 71 FIR में आबकारी अधिकारी, बड़े और छोटे शराब कारोबारी, होलोग्राम व्यवसायी, एनजीओ, सुरक्षा कंपनियां और कर्मचारी उपलब्ध कराने वाली एजेंसियां, शराब की बोतलें भरने और परिवहन करने वाली एजेंसियां शामिल हैं।
इनमें से ईओडब्लू ने कई अधिकारियों के घरों पर छापा मारा और 6 घंटे तक पूछताछ कर महत्वपूर्ण जानकारी जुटाई है।
अब ईओडब्लू का फोकस बड़ी शराब कंपनियों पर
सूत्रों के अनुसार, ईओडब्लू का ध्यान अब छत्तीसगढ़ की तीन बड़ी शराब कंपनियों – छत्तीसगढ़ डिस्टिलरीज, भाटिया वाइन एंड मर्चेंट्स और वेलकम डिस्टिलरीज – पर है। इन कंपनियों का शराब बनाने और सरकारी शराब गोदामों में वितरण करने में बड़ा योगदान रहा है।