मुंगेली। छत्तीसगढ़ में गृह मंत्री विजय शर्मा के निर्देशों के बाद बाहरी लोगों की पहचान और सत्यापन को लेकर कार्रवाई तेज़ हो गई है। इसी कड़ी में मुंगेली जिले में 11 मई 2025 को पुलिस ने विशेष अभियान चलाकर 40 फेरीवालों की पहचान कर उनके दस्तावेज़ों की गहन जांच की।
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (भा.पु.से.) के निर्देशन में और अनुविभागीय अधिकारी पुलिस मयंक तिवारी के नेतृत्व में सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में यह अभियान चलाया गया। पश्चिम बंगाल से आए इन फेरीवालों को थाने लाकर आधार कार्ड के जरिए फिंगरप्रिंट वेरीफिकेशन किया गया। साथ ही नेफिस (National Automated Fingerprint Identification System) के माध्यम से उनकी आपराधिक पृष्ठभूमि की भी जांच की गई।
अधिकारियों ने बताया कि सत्यापन की प्रक्रिया को और ठोस बनाने के लिए संबंधित व्यक्तियों के मूल निवास क्षेत्रों के थानों को उनके चाल-चलन की पुष्टि हेतु पत्र भेजे गए हैं। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि जिले में कोई भी संदिग्ध या आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति प्रवेश न करे।
सिर्फ फेरीवालों तक ही यह कार्रवाई सीमित नहीं रही। पुलिस ने जिला मुख्यालय स्थित होटल, लॉज, ढाबा, बस स्टैंड की धर्मशालाएं और लोहाबाड़ा क्षेत्र में रह रहे बाहरी लोगों की भी जांच की। इस दौरान मकान मालिकों को सख्त निर्देश दिए गए कि वे किरायेदारों की जानकारी समय पर पुलिस को दें और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी तत्काल साझा करें।