ज्ञान प्रकाश से आलोकित हुआ छत्तीसगढ़: प्रख्यात ज्योतिषाचार्य, वास्तुविद को मिला लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड

रायपुर : रायपुर से लगे अमलेश्वर के किनारे बहती पावन पवित्र खारुन नदी देश के प्रख्यात ज्योतिष मनीषियों की सार्थक चर्चा की साक्षी बनी। श्रृंगी, वाल्मीकि, अत्रि, अगस्त्य, सुतीक्ष्ण और ऋषि माण्डुक्य की तपोभूमि देश भर से आए ज्योतिषियों वास्तुविद अंक ज्योतिष्यों और कर्मकांडी पंडित पुरोहितों के ज्ञान प्रवाह से महक उठी। छत्तीसगढ़ का पहला और विराट ज्योतिष सम्मेलन बेहद गरिमामय तरीके से संपन्न हुआ।

रायपुर के अमलेश्वर स्थित श्री महाकाल धाम में देश-दुनिया में ज्योतिष शास्त्र को लेकर आयोजित इस महाचर्चा में शामिल होने के लिए डॉ गीता शर्मा, अनंतधर शर्मा, अजय सोनी, डॉक्टर महेंद्र ठाकुर, रमेश व्यास, देवेंद्र पांडे, डॉक्टर कल्पना झा, जेपी दुबे, अनिल श्रीवास्तव समय 10 लोगों को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया। इसके अलावा ज्योतिष मनीषी, ज्योतिष रत्न, विधि शिरोमणि, ज्योतिष शिरोमणि, वास्तु शिरोमणि जैसे सम्मान प्रदान किए गए।

देशभर के विख्यात ज्योतिषी, वास्तु शास्त्री, अंक ज्योतिषी, टैरो कार्ड रीडर, आचार्यों ने सम्मेलन में अपने अध्ययन शोध कार्य को लेकर व्याख्यान दिए। सम्मेलन में आने वाले ज्योतिष मनीषियों ने सम्मेलन में आने वाले लोगों की नि:शुक्ल जन्म कुंडली बनाई। सम्मेलन के दौरान करीब साढे 500 से ज्यादा जन्म कुंडली निशुल्क बनाई गई। साथ ही उनका अध्ययन कर नि:शुल्क परामर्श भी दिया गया।

श्री महाकाल धाम अमलेश्वर के सर्वराकार पंडित प्रियाशरण त्रिपाठी और सम्मेलन की संयोजिका डॉ. शिखा पांडेय ने बताया कि इस भव्य और दिव्य आयोजन में लोगों की निजी समस्या और सवालों का समाधान किया गया। साथ ही ज्योतिषियों, वास्तु शास्त्रियों, आचार्यों, महामंडलेश्वरों, महंतों के द्वारा ज्योतिष और कर्मकांड को लेकर उनके हर प्रश्न का उत्तर दिया। सुबह 10 बजे भगवान महाकाल की आरती के साथ सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। फिर दोपहर और शाम के 6 बजे तक विराट ज्योतिष सम्मेलन में देशभर के प्रख्यात ज्योतिषी अपना व्याख्यान और शोधपत्र पढ़ा। साथ ही ज्योतिष की विविध विधाओं को लेकर लोगों का शंका समाधान भी किया।

श्री महाकाल धाम अमलेश्वर के सर्वराकार पंडित प्रियाशरण त्रिपाठी और सम्मेलन की संयोजिका डॉ. शिखा पांडेय ने बताया कि विराट ज्योतिष सम्मेलन अमलेश्वर स्थित श्री महाकाल धाम में सम्मेलन में शामिल होने वाले लोगों की विवाह, संतान, विदेश यात्रा, कर्ज से मुक्ति, बीमारियों से छुटकारा, श्राप तथा पापों से मुक्ति के शास्त्रीय उपाय को लेकर सभी प्रश्नों का समाधान किया गया। साथ ही इनसे होने वाली हानि की वजह और उनसे बचने के ज्योतिषीय उपाय बताए गए।

उन्होंने बताया कि श्री महाकालधाम परिसर, अमलेश्वर में स्वयंभू सिद्ध महाकाल की शिवलिंग है। गर्भ गृह में भगवान श्री महाकाल का पूजन अभिषेक सभी के लिए निःशुल्क होगा। साथ ही सभी के लिए प्रसादी की व्यवस्था भी की गई है। कार्यक्रम में सभी से सपरिवार उपस्थित होने की अपील की गई है।
आयोजक मंडल के स्वामी सर्वेश्वरानंद, जो सुरेश्वर पीठ के संस्थापक हैं, उन्होंने बताया कि ज्योतिष सम्मेलन में शामिल होकर अपना व्याख्यान देने वाले तीन श्रेष्ठ वक्ताओं को सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा शोधपत्र, विशेष उपलब्धियां दर्ज करने वाले ज्योतिष मनीषियों को अलग-अलग कैटेगिरी के सम्मान से विभूषित किया जाएगा। ज्योतिषी एवं वास्तु विशेषज्ञों को उनके जीवन में किए गए उल्लेखनीय कार्य के लिए प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि श्री महाकाल धाम अमलेश्वर छत्तीसगढ़ का एक मात्र ऐसा तीर्थ है, जहां पिछले 20 वर्षों से फलाश विधि के द्वारा नारायण नागबली, कालसर्प की पूजा, विवाह में आने वाली बाधाओं के निवारण के लिए कुंवारे युवाओं ने अर्क विवाह और कन्याओं ने कुंभ विवाह और विशेष अनुष्ठान पंडित प्रियाशरण त्रिपाठी ‌द्वारा कराए जा रहे हैं।

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