रायपुर। विश्व प्रसिद्ध तबला वादक और पद्म विभूषण से सम्मानित उस्ताद जाकिर हुसैन का 73 वर्ष की आयु में निधन हो गया। अमेरिका में इलाज के दौरान सेन फ्रांसिसको में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से भारतीय संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उस्ताद जाकिर हुसैन भारतीय संगीत के एक अमूल्य रत्न थे और उनका योगदान संगीत जगत के लिए कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति और उनके परिवार को इस कठिन समय में संबल प्रदान करने की कामना की।
फैंस और बॉलीवुड में शोक की लहर
उस्ताद जाकिर हुसैन ने अपने करियर में तीन ग्रैमी पुरस्कार जीतने के साथ-साथ पद्म श्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण जैसे प्रतिष्ठित सम्मानों से अपनी पहचान बनाई थी। बताया जा रहा है कि उन्हें पिछले सप्ताह हृदय संबंधी समस्या हुई थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
उनके निधन की खबर सुनकर फैंस और बॉलीवुड के कई कलाकारों ने गहरा दुख व्यक्त किया है। सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि देने का सिलसिला जारी है, जिसमें संगीत प्रेमी और प्रशंसक उनकी उपलब्धियों और योगदान को याद कर रहे हैं।