रायपुर, 27 मार्च 2025 – मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का औपचारिक शुभारंभ किया। इस अवसर पर रायपुर रेलवे स्टेशन से पहली विशेष तीर्थ यात्रा ट्रेन को तिरुपति, मदुरै और रामेश्वरम के लिए रवाना किया गया। इस यात्रा में रायपुर और बलौदाबाजार-भाटापारा जिलों के 780 श्रद्धालु बुजुर्ग शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री साय ने यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं से आत्मीय संवाद किया और कहा, “आप सभी की खुशी ही मेरा संतोष है।” उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत श्रद्धालुओं को रामेश्वरम में रामसेतु, मदुरै में मीनाक्षी मंदिर और तिरुपति में बालाजी मंदिर के दर्शन का सौभाग्य मिलेगा।
योजना के लिए 15 करोड़ का बजट, 19 तीर्थस्थल शामिल
मुख्यमंत्री ने बताया कि योजना के लिए 15 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया गया है, जिसमें उज्जैन, पुरी, द्वारिका, वैष्णो देवी, मथुरा-वृंदावन सहित 19 प्रमुख तीर्थ स्थलों को शामिल किया गया है। योजना के तहत यात्रा पूरी तरह निःशुल्क होगी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रयागराज महाकुंभ में भी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए साढ़े चार एकड़ में छत्तीसगढ़ पवेलियन का निर्माण किया था, जिसमें बड़ी संख्या में तीर्थयात्री ठहरे थे।
विधवा और परित्यक्ता महिलाओं को भी योजना में शामिल किया गया
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब विधवा और परित्यक्ता महिलाएँ भी मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का लाभ उठा सकेंगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार समाज के हर वर्ग – युवाओं, किसानों, महिलाओं और आदिवासी समुदाय के उत्थान के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
संस्कृति और श्रद्धा का संगम – मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े
समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि यह योजना केवल यात्रा नहीं, बल्कि संस्कृति, परंपरा और आस्था का प्रतीक है। सरकार ने यात्रियों के लिए यात्रा, ठहरने, भोजन, सुरक्षा और चिकित्सा सहित सभी सुविधाओं की व्यवस्था की है।
2012 में शुरू हुई थी योजना, अब पुनः हुई बहाल
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना की शुरुआत 2012 में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल में हुई थी। 2013 से 2019 तक 2.46 लाख श्रद्धालु लाभान्वित हुए थे, लेकिन इसके बाद योजना बंद हो गई थी। अब इसे पुनः प्रारंभ किया गया है।
इस अवसर पर विधायक पुरंदर मिश्रा, मोतीलाल साहू, अनुज शर्मा, समाज कल्याण आयुक्त भुवनेश यादव, संचालक रोक्तिमा यादव, रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह, नगर निगम आयुक्त विश्वदीप, डीआरएम दयानंद सहित बड़ी संख्या में अधिकारी व श्रद्धालु उपस्थित रहे।