बिलासपुर: रतनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की अनुपस्थिति का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। 31 अगस्त को हुई जांच में चार डॉक्टरों को अपनी ड्यूटी से नदारद पाया गया। जबकि क्षेत्र में मलेरिया और डायरिया का प्रकोप फैला हुआ है और बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए केंद्र पहुंच रहे हैं। इस लापरवाही के खिलाफ स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है।
मरीजों की उपेक्षा:
रतनपुर क्षेत्र में मलेरिया और डायरिया के बढ़ते मामलों के बीच डॉक्टरों की अनुपस्थिति ने मरीजों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें डॉक्टर नहीं मिल रहे हैं। इस स्थिति से मरीजों और उनके परिजनों में काफी आक्रोश है।
शिकायत पर कार्रवाई:
इस मामले की शिकायत मिलने पर सीएमएचओ ने तत्काल कार्रवाई करते हुए चारों डॉक्टरों को नोटिस जारी किया है। इनमें स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉक्टर शीला शाहा, डॉक्टर नेहल झा, नेत्ररोग विशेषज्ञ डॉक्टर एम एल कोराम और एनेस्थीसिया निधि कोराम शामिल हैं।
स्थानीय लोगों का आक्रोश:
स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य विभाग की इस लापरवाही की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि रतनपुर क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग का मैदानी अमला सही तरह से काम नहीं कर रहा है। जिसके चलते यहां मलेरिया और डायरिया से मौतें हो रही हैं। लोगों ने मांग की है कि इस मामले में दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाया जाए।