कोरबा। त्योहारी सीजन नजदीक आते ही कोयला उद्योग में बोनस को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। कोल इंडिया प्रबंधन और श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच इस मुद्दे पर अगले माह के अंत तक चर्चा होने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक, 23 सितंबर को दिल्ली में स्टेंडराइजेशन कमेटी की बैठक प्रस्तावित है, जिसमें बोनस की राशि पर अंतिम फैसला होगा।
कर्मचारियों की उम्मीदें इस बार और ज्यादा
पिछले वर्ष प्रत्येक कर्मचारी को परफॉर्मेंस लिंक रिवार्ड (पीएलआर) के रूप में 93,750 रुपये बोनस मिला था। इस बार कोल इंडिया के बेहतर वित्तीय प्रदर्शन को देखते हुए कर्मचारी उम्मीद कर रहे हैं कि बोनस राशि 1 लाख रुपये से अधिक हो सकती है।
दुर्गा पूजा पर मिलता है पीएलआर बोनस
हर साल कोल इंडिया की ओर से दुर्गा पूजा और दशहरा के अवसर पर कर्मचारियों को बोनस दिया जाता है। यह परफॉर्मेंस लिंक रिवार्ड (पीएलआर) जेबीसीसीआई की स्टेंडराइजेशन कमेटी में प्रबंधन और यूनियन प्रतिनिधियों की सहमति से तय किया जाता है।
बीएमएस के राष्ट्रीय कोल प्रभारी के लक्ष्मा रेड्डी ने भी हाल ही में कोरबा दौरे पर कहा था कि वे इस बार कर्मचारियों को बीते वर्ष से ज्यादा बोनस दिलाने के लिए प्रयासरत रहेंगे।
2 लाख 20 हजार से ज्यादा कर्मचारी होंगे लाभान्वित
कोल इंडिया और उसकी सहायक कंपनियां — ईसीएल, बीसीसीएल, सीसीएल, डब्लूसीएल, एसईसीएल, एमसीएल, एनसीएल, एनईसी और सीएमपीडीआई — में मिलाकर 2 लाख 20 हजार से ज्यादा कर्मचारी कार्यरत हैं। त्योहारी बोनस का सीधा लाभ इन सभी कर्मचारियों को मिलेगा।
बोनस राशि का ट्रेंड (पिछले 10 साल)
पिछले एक दशक में कोल इंडिया कर्मचारियों को मिलने वाले बोनस में लगातार इजाफा हुआ है।
वर्ष | बोनस राशि (रुपये) |
---|---|
2015 | 48,500 |
2016 | 54,000 |
2017 | 57,000 |
2018 | 60,500 |
2019 | 64,700 |
2020 | 68,500 |
2021 | 72,500 |
2022 | 76,500 |
2023 | 85,000 |
2024 | 93,750 |
22 सितंबर से दुर्गा पूजा उत्सव
गौरतलब है कि 22 सितंबर से दुर्गा पूजा उत्सव की शुरुआत होगी। ठीक अगले दिन यानी 23 सितंबर को प्रस्तावित बैठक में बोनस राशि तय किए जाने की संभावना है। कर्मचारियों को उम्मीद है कि इस बार बोनस का आंकड़ा एक लाख की सीमा पार करेगा।