धनतेरस पर हजरत निजामुद्दीन औलिया दरगाह में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का आयोजन, सांप्रदायिक सौहार्द का दीप प्रज्वलित

नई दिल्ली: धनतेरस के शुभ अवसर पर दिल्ली की ऐतिहासिक हजरत निजामुद्दीन औलिया दरगाह में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा एक भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर मंच के मार्गदर्शक डॉ. इंद्रेश कुमार ने दरगाह की जियारत की, दीप प्रज्वलित किए, और दरगाह पर पवित्र चादर चढ़ाकर देश में शांति और अमन की दुआ मांगी।

इस कार्यक्रम में विभिन्न धर्मों और समुदायों के लोग शामिल हुए, जिसका मुख्य उद्देश्य समाज में एकता, भाईचारा और सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा देना था। हर वर्ष की तरह, इस बार भी यह आयोजन एकता और सद्भावना का प्रतीक बनकर उभरा।

भारत को जन्नत बनाने का संदेश:

डॉ. इंद्रेश कुमार ने इस अवसर पर कश्मीर की खूबसूरती का उल्लेख करते हुए कहा कि जिस तरह से कश्मीर धरती का जन्नत है, वैसे ही पूरे भारत को एकता और सौहार्द से जोड़कर दुनिया की जन्नत बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा, “भारत की विविधता उसकी ताकत है, जो उसे पूरी दुनिया में शांति और भाईचारे का संदेश देने का माध्यम बनाती है।”

मानवता सर्वोपरि धर्म:

इस्लाम के आखिरी पैगंबर की शिक्षाओं का जिक्र करते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं है। उन्होंने समाज में फैली नकारात्मकताओं पर चिंता व्यक्त की और सभी से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रयासरत रहें।

इस आयोजन ने देशवासियों को सांप्रदायिक एकता और भाईचारे का महत्वपूर्ण संदेश दिया, जो सामाजिक सौहार्द और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करता है।

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