कोंडागांव। जिले में गुरुवार रात हुए सड़क हादसे में कांग्रेस नेता हेमंत भोयर की मौत के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। हादसा भाजपा नेता पूर्णेंदु कौशिक की कार से हुआ, जिससे सरपंच चंपी भोयर भी गंभीर रूप से घायल हैं। यह घटना डोंगरी गुड़ा के पास हुई। हादसे के विरोध में शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों ने एनएच-30 पर शव रखकर चक्काजाम किया और आरोपी भाजपा नेता के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
कांग्रेस नेता, सरपंच और परिवार में शोक की लहर
हेमंत भोयर न केवल ग्राम पंचायत पंच थे, बल्कि युवा कांग्रेस विधानसभा उपाध्यक्ष भी थे। उनकी भाभी मुलमला गांव की सरपंच हैं। दुर्घटना में जहां हेमंत की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं चंपी भोयर की हालत गंभीर बनी हुई है। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
थाने में हंगामा, परिजनों ने शव ले जाने से किया इनकार
हादसे के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं, परिजनों और ग्रामीणों ने थाने में हंगामा किया और आरोपी भाजपा नेता की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव लेने से इनकार कर दिया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस राजनैतिक दबाव में आकर अब तक एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है।
मोहन मरकाम का बड़ा आरोप
पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोहन मरकाम ने पुलिस पर भाजपा के दबाव में काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि, “अब तक एफआईआर तक दर्ज नहीं की गई है, यह लोकतंत्र के खिलाफ है। मृतक के परिजन और कांग्रेस कार्यकर्ता दोषी को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं।”
क्या कह रही है कांग्रेस
कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन और उग्र होगा। वे एफआईआर दर्ज कर, भाजपा नेता पूर्णेंदु कौशिक की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए हैं।
प्रशासन की चिंता बढ़ी
शव को सड़क पर रखकर किए गए चक्काजाम और भारी संख्या में जुटी भीड़ से प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है।