रायपुर। राज्यसभा सांसद और बीसीसीआई के अंतरिम अध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कांग्रेस पर आतंकवाद को समर्थन देने के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी आतंकवाद का समर्थन नहीं किया, बल्कि खुद उसकी सबसे बड़ी शिकार रही है। पार्टी ने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी जैसे अपने शीर्ष नेताओं को आतंकवाद के चलते खोया है। उन्होंने कहा, “अगर कोई कहता है कि कांग्रेस आतंकवाद के साथ है, तो इससे बड़ा मजाक और कुछ नहीं हो सकता।”
राजीव शुक्ला रायपुर में छत्तीसगढ़ क्रिकेट प्रीमियर लीग (सीसीपीएल) के समापन समारोह में शामिल होने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में क्रिकेट को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है और आने वाले समय में राज्य को दो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की सौगात मिलने वाली है।
नक्सलवाद के खात्मे को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि यह एक जटिल समस्या है, जिसका समाधान सभी सरकारों ने मिलकर खोजने की कोशिश की है। “चाहे वह मनमोहन सिंह की सरकार रही हो या नरेंद्र मोदी की, सभी ने प्रयास किए हैं। बहुत हद तक इसे समाप्त भी किया गया है।” उन्होंने आगे कहा कि भूपेश बघेल की सरकार के दौरान केंद्र से आर्थिक सहयोग मिला और अब वर्तमान सरकार भी निरंतर कार्रवाई कर रही है।
तेलंगाना में नक्सलियों से शांति वार्ता की संभावना पर शुक्ला ने कहा कि बातचीत तभी संभव है जब सामने वाला वार्ता के लिए तैयार हो। “पहचान करना जरूरी होता है कि वे बातचीत चाहते भी हैं या नहीं। यदि वे तैयार हों तो इससे बेहतर कुछ नहीं, वरना सरकार को सुरक्षा बलों का सहारा लेना पड़ता है।”
छत्तीसगढ़ के मुद्दों को संसद में उठाए जाने को लेकर उन्होंने कहा, “मैं सबसे ज्यादा सवाल संसद में उठाता हूं। आप जीरो ऑवर और प्रश्नकाल की कार्यवाही देख सकते हैं। जरूरत पड़ती है तो मैं अपनी उपस्थिति दर्ज कराता हूं।”
वहीं, भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच को लेकर उन्होंने स्पष्ट किया कि अभी तक कोई अंतिम कार्यक्रम तय नहीं हुआ है और न ही कोई निर्णय लिया गया है, इसलिए इस बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगा।