रायपुर। कांग्रेस पार्टी द्वारा आकाश तिवारी को नगर निगम का नेता प्रतिपक्ष घोषित किए जाने के बाद विवाद बढ़ गया है। कांग्रेस के पांच पार्षदों ने पार्टी निर्णय को चुनौती देते हुए आकाश तिवारी को समर्थन देने से इनकार किया है और बगावत कर दी है।
मंगलवार को सभापति सूर्यकांत राठौर ने इन पांच पार्षदों की राय जानने के लिए बुलाया था। उनके सामने पांचों पार्षद—संदीप साहू, जयश्री नायक, रोनिता जगत, दीपमणि साहू और रेणु साहू—ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा तय आकाश तिवारी को समर्थन नहीं दिया। अब अनुशासनहीनता पर कांग्रेस पार्टी का निर्णय आने बाकी है।
नगर निगम चुनाव में 70 वार्डों में केवल 7 कांग्रेस पार्षद ही जीते। एमआईसी सदस्य रहे आकाश तिवारी को पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने निर्दलीय मैदान में चुनाव लड़ा और जीतकर बाद में कांग्रेस में शामिल कर लिया गया।
मार्च में बजट सामान्य सभा के समय शहर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गिरीश दुबे ने पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर संदीप साहू को नेता प्रतिपक्ष के लिए नामांकित किया था, जिसे सभापति ने मान्यता दी। इसके महीनेभर बाद हाईकमान की सहमति से आकाश तिवारी को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया।
सभापति सूर्यकांत राठौर ने कहा कि नगर निगम में पार्टी द्वारा अधिकृत पार्षद को ही नेता प्रतिपक्ष मान्यता देता है। चूंकि पांच पार्षद विरोध कर रहे हैं, इसलिए उनका पक्ष जानने के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
संदीप साहू ने कहा कि उन्हें पार्षदों की सहमति पर नेता प्रतिपक्ष बनाया गया था और पार्टी स्तर पर पार्षदों से सहमति नहीं ली गई। प्रदेश संगठन महामंत्री मलकीत सिंह गैदू ने कहा कि मामले पर पार्टी स्तर पर विस्तार से चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा।