महासमुंद के इमलीभाठा क्षेत्र में मोबाइल टावर लगाने को लेकर ठेका कंपनी द्वारा की गई धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। अनिता विश्वकर्मा की जमीन पर एयरटेल का टावर लगाने के लिए Indus Tower Limited को ठेका मिला था। ठेका कंपनी ने टावर लगाने के लिए आवश्यक अनुमति कलेक्टर कार्यालय से मांगी थी। कलेक्टर कार्यालय ने एनओसी जारी करने के लिए नगरपालिका महासमुंद को पत्र भेजा, जिसके बाद ठेका कंपनी ने गलत स्थल दिखाकर NOC प्राप्त कर ली।
गलत स्थल पर टावर लगाने का प्रयास:
जब ठेका कंपनी ने टावर लगाने का कार्य शुरू किया, तो स्थानीय निवासियों ने इसका विरोध किया। विरोध के बावजूद, ठेकेदार ने रातोंरात काम शुरू कर दिया, जिससे मोहल्लेवासियों ने पार्षद और कलेक्टर कार्यालय को इसकी शिकायत की। उचित कार्रवाई न होने पर मोहल्लेवासियों ने स्थल पर धरना देना शुरू कर दिया।
जांच में खुलासा:
कलेक्टर के निर्देश पर नगरपालिका के सीएमओ और कार्यपालन अभियंता एस.डी. शर्मा द्वारा स्थल का निरीक्षण किया गया, जहां पाया गया कि ठेका कंपनी ने गलत स्थल दिखाकर NOC प्राप्त की थी। इस धोखाधड़ी के चलते काम को तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है और ठेका कंपनी पर कानूनी कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
स्वास्थ्य की चिंता:
मोहल्लेवासियों का कहना है कि मोबाइल टावर से निकलने वाले रेडिएशन से बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है, इसलिए टावर को अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग की जा रही है।