बलौदाबाजार। नगर पालिका अध्यक्ष और पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान शहर का राजनीतिक माहौल गर्मा गया। शनिवार को आयोजित इस कार्यक्रम में भाजपा और कांग्रेस के बीच टकराव खुलकर सामने आया।
शपथ ग्रहण में बंटी राजनीति
बलौदाबाजार नगर पालिका अध्यक्ष और पार्षदों के शपथ ग्रहण के लिए जिला ऑडिटोरियम में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें प्रदेश के राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल और भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। लेकिन कांग्रेस पार्षदों ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार कर अलग से नगरपालिका सभाकक्ष में शपथ ग्रहण किया।
क्यों हुआ विवाद?
कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि आमंत्रण पत्र में उनके वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल नहीं किए गए, जिससे वे नाराज हो गए। उन्होंने इसे भाजपा की प्रशासन पर पकड़ बताते हुए विरोध दर्ज कराया और कलेक्टर से अलग शपथ ग्रहण समारोह की मांग की। कलेक्टर दीपक सोनी ने कांग्रेस पार्षदों की मांग को स्वीकार करते हुए नगर पालिका सभाकक्ष में अलग समारोह आयोजित कराया।
प्रशासन पर पक्षपात का आरोप
कांग्रेस नेता शैलेश नितिन त्रिवेदी ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि “भाजपा के इशारे पर प्रशासन ने आमंत्रण पत्र में हमारे नेताओं का नाम नहीं जोड़ा। इससे नगर की स्वस्थ राजनीतिक परंपरा दूषित हुई है।” उन्होंने चेतावनी दी कि यदि नगर विकास में कोई गड़बड़ी हुई तो कांग्रेस पूरी ताकत से विरोध करेगी।
भाजपा का जवाब: “अब ट्रिपल इंजन की सरकार”
राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पहले डबल इंजन की सरकार थी, अब नगर पालिका में जीत के बाद ट्रिपल इंजन की सरकार बन गई है। उन्होंने कांग्रेस के बहिष्कार पर कहा कि “यह प्रशासनिक आयोजन था, जिसमें सभी को आना चाहिए था।”
नवनिर्वाचित अध्यक्ष अशोक जैन ने कहा कि जनता ने उन्हें पहले भी तीन बार नेतृत्व सौंपा था और अब चौथी बार अवसर दिया है। “नगर की सड़क, बिजली, पानी जैसी मूलभूत समस्याओं को दूर करना हमारी प्राथमिकता होगी,” उन्होंने कहा।