मध्य प्रदेश के दमोह जिले में वन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। ताजा मामला झलौन रेंज की आर एफ 156-57 डुकरसता बीट का है। जहां बीती रात वन माफियाओं ने अवैध रूप से सागौन के पेड़ों की कटाई कर लकड़ी की सिल्लियां तैयार कीं और उन्हें कार में भरकर तस्करी करने की कोशिश कर रहे थे।
सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। टीम को देखकर तस्कर मौके से भाग निकले। वन विभाग की टीम ने कार और सागौन की लकड़ी की सिल्लियां जब्त कर ली हैं।
जानकारी के मुताबिक, तस्करों ने अंधेरे का फायदा उठाकर बेशकीमती सागौन के पेड़ों को काटा और लकड़ी की सिल्लियां तैयार कीं। वे इन्हें कार में भरकर ले जा रहे थे, लेकिन वन विभाग की सतर्कता के कारण उनके मंसूबे पूरे नहीं हो पाए।
यह घटना वन विभाग और तस्करों के बीच चल रहे “खेल” को उजागर करती है। वन विभाग लगातार इन तस्करों पर कार्रवाई करने का प्रयास कर रहा है, लेकिन तस्कर भी नए-नए तरीकों से लकड़ी की तस्करी करने की कोशिश कर रहे हैं।
यह घटना हमें वनों के महत्व और उनको बचाने की आवश्यकता को भी समझाती है। हमें वन विभाग के कार्यों में उनका सहयोग करना चाहिए और वन माफियाओं के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।