रायपुर। कवर्धा में दो पक्षों के बीच हुए हालिया विवाद को लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने राज्य सरकार और स्थानीय विधायक–गृहमंत्री विजय शर्मा को कठघरे में खड़ा किया। बैज ने कहा कि यह इलाका स्वयं गृहमंत्री का क्षेत्र है, फिर भी समय रहते दोनों पक्षों से संवाद क्यों नहीं किया गया।
बैज ने आरोप लगाया, “दो समुदायों को आपस में भिड़ाना अब बीजेपी का एजेंडा बन गया है। जब विवाद हुआ, तब सरकार और गृहमंत्री क्या कर रहे थे? कानून-व्यवस्था पर ध्यान देने की बजाय भाजपा राजनीतिक खेल में लगी है।”
जीएसटी उत्सव पर कटाक्ष
भाजपा के “जीएसटी बचत उत्सव” पर भी कांग्रेस अध्यक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई, आम जरूरत की चीजों पर जीएसटी लगाया। “दूध, दही, घी, राशन, कृषि और मेडिकल जैसे क्षेत्रों पर टैक्स लगाकर जनता को आठ साल तक लूटा गया। अब जब दरें कम हुई हैं तो जश्न मना रहे हैं, यह दरअसल ‘लूटने वाला उत्सव’ है,” बैज ने कहा।
कांग्रेस संगठन सृजन और बीजेपी के भीतर कलह
कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान पर विजय शर्मा की टिप्पणी का जवाब देते हुए बैज ने कहा कि उप मुख्यमंत्री को कांग्रेस की चिंता छोड़ कवर्धा और कानून-व्यवस्था की चिंता करनी चाहिए। “गृहमंत्री कांग्रेस पर बयान देकर अपनी जिम्मेदारियों से बच नहीं सकते,” उन्होंने जोड़ा।
पूर्व मंत्री ननकी राम कंवर की चिट्ठी और भाजपा में चल रही उठापटक का जिक्र करते हुए बैज ने कहा कि भाजपा अंदरूनी खेमों की लड़ाई में उलझी है। “रवि भगत ने ओपी चौधरी के खिलाफ मोर्चा खोला है, बड़े से छोटे नेता तक पार्टी में बगावत कर रहे हैं। आदिवासी नेता ननकी राम कंवर को कौन प्रताड़ित कर रहा है, यह जनता देख रही है,” उन्होंने कहा।
नक्सलवाद पर बयान
नक्सल मुद्दे पर भी बैज ने गृहमंत्री और सरकार को घेरा। “विजय शर्मा और उनकी सरकार कन्फ्यूजन में हैं। चाहे गोली पुलिस चलाए या नक्सली, मारे तो निर्दोष आदिवासी ही जा रहे हैं। गृहमंत्री अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकते। यदि कानून-व्यवस्था संभालने पर ध्यान होता तो जनता को राहत मिलती,” बैज ने कहा।