सुकमा। नक्सल प्रभावित जगरगुंडा क्षेत्र के लिए रविवार का दिन ऐतिहासिक बन गया, जब 25 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद बैंकिंग सुविधा दोबारा शुरू हुई। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने वर्चुअल माध्यम से इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखा का शुभारंभ किया, जबकि वित्त मंत्री ओपी चौधरी स्वयं वहां पहुंचे और स्थानीय लोगों के साथ इस उपलब्धि का साक्षी बने।
मुख्यमंत्री बोले: यह बदलाव की दिशा में बड़ा कदम
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जगरगुंडा जैसे पिछड़े क्षेत्र में बैंक शाखा का खुलना डबल इंजन सरकार की सफलता का प्रमाण है। उन्होंने इस पहल का श्रेय वित्त मंत्री को देते हुए कहा कि ओपी चौधरी के सतत प्रयासों से यह सपना साकार हुआ। प्रधानमंत्री की गारंटी के तहत अब हर ग्राम पंचायत में बैंक सुविधा देने की दिशा में यह अहम शुरुआत है।
ओपी चौधरी की भावुक यादें: जब बैंक लूट की थी घटना
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने अपने दंतेवाड़ा कलेक्टर कार्यकाल की यादें साझा करते हुए कहा कि 2001 में माओवादी हमले में यहां की ग्रामीण बैंक लूटी गई थी, जिसके बाद से 12 गांवों के 14,000 ग्रामीणों को बैंकिंग सुविधा नहीं मिल पा रही थी। उन्होंने कहा कि आज उन्हीं ग्रामीणों के लिए स्थानीय स्तर पर तेंदूपत्ता बोनस, किसान सम्मान निधि सहित अन्य योजनाओं की राशि मिलना शुरू होगी।
कैश काउंटर, एटीएम और नया खाता – सुविधाएं शुरू
वित्त मंत्री ने उद्घाटन के बाद बैंक परिसर का निरीक्षण किया और स्वयं पहला खाता खुलवाया। बैंक शाखा के साथ एटीएम की सुविधा भी शुरू की गई है। ओपी चौधरी ने इंडियन ओवरसीज बैंक के अधिकारियों की प्रशंसा करते हुए उनके साहस और सेवा भावना को सराहा।
बड़ी घोषणा: सरकार जमा करेगी 100 करोड़
वित्त मंत्री ने मंच से एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश के विभिन्न शाखाओं में सरकार इंडियन ओवरसीज बैंक में 100 करोड़ रुपए जमा कराएगी, जिससे बैंक की कार्यक्षमता और बढ़ेगी।