धमतरी – छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में 5 लाख के इनामी नक्सली अजय ने सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण कर दिया है। अजय, जो कि सीतानदी एरिया कमेटी का सदस्य और रावस समन्वय का डिप्टी कमांडर था, ने एसपी आंजनेय वार्ष्णेय के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
अजय के खिलाफ गंभीर आरोप
अजय पर कई गंभीर आरोप हैं, जिनमें हत्या, मुठभेड़, और आईडी लगाने जैसी घटनाएं शामिल हैं। एसपी आंजनेय वार्ष्णेय ने एक पत्रकारवार्ता में बताया कि अजय का आत्मसमर्पण सरकार की पुनर्वास नीति की सफलता का प्रतीक है।
अजय की संलिप्तता वाली प्रमुख घटनाएं
- 2017: खल्लारी थाना क्षेत्र के जोगीबिरदो गांव में एक ग्रामीण की हत्या में शामिल।
- 2018: बोरई थाना क्षेत्र में कारीपानी मुख्य मार्ग पर पेड़ काटकर मार्ग अवरुद्ध किया।
- 2018: खल्लारी थाना क्षेत्र के एकावारी गांव में रोड किनारे 5 किलोग्राम का टिफिन बम गाड़ा।
- 2020: नगरी थाना क्षेत्र के घोरागांव में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल, जिसमें गोबरा एलओएस कमांडर रवि मारा गया।
- 2020: मेचका थाना क्षेत्र के उजरावन गांव में एक ग्रामीण की हत्या में शामिल।
- 2021: खल्लारी थाना क्षेत्र के गादुल बाहरा और आमझर गांवों में दो अलग-अलग हत्याओं में शामिल।
अजय के आत्मसमर्पण से सरकार की पुनर्वास नीति को बल मिला है, जिससे अन्य नक्सलियों को भी मुख्यधारा में लौटने की प्रेरणा मिल सकती है।