कवर्धा: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने प्रयागराज महाकुंभ में गैर हिंदुओं को दुकानें न देने के अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष के बयान का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि अखाड़ा परिषद की यह मांग बहुत ही उचित है।
शास्त्री जी ने कहा, “जब राम से तुम्हारा कोई लेना-देना नहीं है, तो राम के काम से क्या लेना-देना है?” उन्होंने यह बात रविवार को मीडिया से बातचीत में कही। हनुमान कथा वाचन के लिए शहर पहुंचे शास्त्री का समर्थकों ने भव्य स्वागत किया। हैलीपैड से वे राम्हेपुर रवाना हुए, जहां बाली जी मंदिर का भूमि पूजन किया।
शास्त्री जी ने कहा कि जो लोग सनातन धर्म के सामान बेचेंगे, वे ही उन्हें सही तरीके से बेच पाएंगे। उन्होंने कहा कि कुछ जगहों पर सनातन धर्म के सामानों के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं देखने को मिली हैं। इसलिए महाकुंभ जैसे धार्मिक स्थलों में केवल उन्हीं लोगों को दुकानें दी जानी चाहिए जो सनातन धर्म के बारे में जानते हों और उसकी भावनाओं का सम्मान करते हों।
उन्होंने कहा, “वहां त्रिवेणी है, संगम है, महाकुंभ है, संतों का दर्शन है, कथा से लेना-देना है। तुम्हें सनातन से लेना-देना नहीं। जिन्हें सनातन संस्कृति का ज्ञान हो, हिंदू के देवी-देवताओं के बारे में पता हो, पूजन पद्धति के पूजन के समानों के बारे में पता हो, वैसे लोगों को ही कार्य दिया जाए।”