रायपुर। मरीन ड्राइव पर अपनी छह सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे दिव्यांगजनों को पुलिस ने हटाकर तूता धरना स्थल शिफ्ट कर दिया। प्रदेशभर से पहुंचे करीब 60-70 दिव्यांग प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर विरोध जताया था।
पैदल मार्च से रोका, अर्धनग्न प्रदर्शन भी किया
दिव्यांगजन 26 मार्च को मरीन ड्राइव से जय स्तंभ चौक तक पैदल मार्च निकालने के लिए एकत्र हुए थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद वे अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। रविवार को प्रदर्शनकारियों ने अर्धनग्न होकर विरोध दर्ज कराया, जिसमें युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव लोकेश वशिष्ठ भी शामिल हुए।
दिव्यांगजनों की प्रमुख मांगें
- फर्जी प्रमाण पत्रों की जांच – राज्य मेडिकल बोर्ड से भौतिक परीक्षण कराकर फर्जी दिव्यांग शासकीय कर्मियों को बर्खास्त किया जाए।
- मासिक पेंशन – दिव्यांगों को प्रतिमाह ₹5000 पेंशन मिले, बीपीएल की बाध्यता खत्म हो।
- महतारी वंदन योजना का लाभ – 18 वर्ष से अधिक की अविवाहित दिव्यांग युवतियों को योजना का लाभ दिया जाए।
- विशेष भर्ती अभियान – दिव्यांगजनों के लिए सरकारी नौकरियों के पद शीघ्र निकाले जाएं।
- पदोन्नति में आरक्षण – शासकीय दिव्यांग कर्मियों को 4% आरक्षण दिया जाए।
- बेरोजगार दिव्यांगों को लोन – बिना गारंटर लोन दिया जाए और कोरोना से पहले लिए गए सभी लोन माफ किए जाएं।