रुद्राक्ष धारण करते समय भूल से भी न करें ये गलतियां..

Rudraksha : हिंदू धर्म में रुद्राक्ष को बहुत महत्व दिया जाता है। मान्यता है कि रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति को त्रिदेवों (ब्रह्मा, विष्णु, महेश) की कृपा प्राप्त होती है। रुद्राक्ष 1 से 21 मुखी तक होते हैं, जिनमें से प्रत्येक का अपना अलग-अलग महत्व है। रुद्राक्ष एक सूखा फल है जो ‘इलाओकार्पस गैनिट्रस’ नामक पेड़ पर उगता है। इसकी उत्पत्ति को लेकर कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं।

रुद्राक्ष भगवान शिव का प्रिय माना जाता है और इसका धारण करना अनेक लाभों वाला माना जाता है। यदि आप रुद्राक्ष धारण करना चाहते हैं, तो कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जिनका आपको ध्यान रखना चाहिए…

समय:

  • रुद्राक्ष धारण करने के लिए अमावस्या, पूर्णिमा, श्रावण सोमवार, और शिवरात्रि विशेष रूप से शुभ दिन माने जाते हैं।
  • आप इन दिनों के अलावा भी रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं, लेकिन शुभ मुहूर्त का चयन करना हमेशा अच्छा होता है।

विधि:

  • रुद्राक्ष को धारण करने से पहले उसे दूध और सरसों के तेल से अच्छी तरह साफ कर लें।
  • रुद्राक्ष धारण करते समय ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।
  • आप किसी ज्योतिषाचार्य या ब्राह्मण से भी रुद्राक्ष धारण करवा सकते हैं।

अन्य महत्वपूर्ण बातें:

  • रुद्राक्ष को हमेशा स्नान करने के बाद धारण करें।
  • रुद्राक्ष को नियमित रूप से जप करें।
  • रुद्राक्ष को हमेशा पवित्र रखें।
  • रुद्राक्ष को मांसाहार और मदिरा से दूर रखें।
  • रुद्राक्ष धारण करने से पहले किसी ज्योतिषाचार्य या ब्राह्मण से सलाह लें।
  • ज्योतिषाचार्य आपको आपकी राशि और जन्म कुंडली के अनुसार उचित रुद्राक्ष बता सकते हैं।

रुद्राक्ष धारण करने के लाभ:

  • रुद्राक्ष धारण करने से मन शांत होता है और एकाग्रता बढ़ती है।
  • रुद्राक्ष धारण करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।
  • रुद्राक्ष धारण करने से स्वास्थ्य में सुधार होता है और रोगों से बचाव होता है।
  • रुद्राक्ष धारण करने से ग्रहों की दशा में सुधार होता है और भाग्य का साथ मिलता है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि रुद्राक्ष धारण करने से तुरंत लाभ नहीं मिलता है। इसके लिए आपको नियमित रूप से जप करना होगा और धैर्य रखना होगा। यदि आप रुद्राक्ष धारण करने के बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं, तो आप किसी ज्योतिषाचार्य या ब्राह्मण से संपर्क कर सकते हैं।

यह भी ध्यान रखें कि रुद्राक्ष धारण करना ही जीवन में सफलता और खुशी की गारंटी नहीं है। इसके लिए आपको कर्म भी करना होगा।

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