राजनांदगांव। जिले के चिचोला पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम अमलीडीह में हुए सनसनीखेज हत्या और चोरी के मामले को पुलिस ने महज 6 घंटे के भीतर सुलझा लिया। इस मामले में गांव के ही एक युवक सजवन्त चन्द्रवंशी का हाथ निकला। इस त्वरित सफलता में डॉग स्क्वाड के कुत्ते “दुलार” (बेल्जियम शेफर्ड) की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
कैसे हुआ मामला उजागर?
घटना 16 नवंबर की है। नरोत्तम साहू नामक व्यक्ति मजदूर की तलाश में रामकुमार साहू के घर पहुंचा। दरवाजा खुला देखकर जब उसने अंदर कदम रखा तो रामकुमार का खून से लथपथ शव देखकर सन्न रह गया। उसने तुरंत ग्रामीणों और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मर्ग कायम किया और अंधे कत्ल की जांच शुरू की।
डॉग स्क्वाड का अहम योगदान
पुलिस अधीक्षक ने इस जघन्य अपराध की गंभीरता को देखते हुए फॉरेंसिक एक्सपर्ट और डॉग स्क्वाड की मदद ली। घटनास्थल पर मौजूद डॉग “दुलार” ने गंध के आधार पर आरोपी के घर तक पहुंचने का रास्ता दिखाया। आरोपी सजवन्त पहले ही फरार हो चुका था, लेकिन “दुलार” ने सजवन्त के बिस्तर पर खींचतान कर संकेत दिया, जिससे पुलिस को उसकी पहचान में मदद मिली।
आरोपी की गिरफ्तारी और कुबूलनामा
साइबर सेल और पुलिस ने खेतों में घेराबंदी कर सजवन्त को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने जुर्म कबूलते हुए बताया कि 15 नवंबर की रात 11:30 बजे वह चोरी के इरादे से रामकुमार के घर में घुसा। चोरी करते समय रामकुमार जाग गया और शोर मचाने लगा। पकड़े जाने के डर से सजवन्त ने बसुला, कुदाली और ब्लेड से वार कर उसकी हत्या कर दी।
हत्या के बाद आरोपी ने 2,550 रुपये चुराए और हथियारों को तालाब में फेंक दिया।
तेज़ कार्रवाई से ग्रामीणों में राहत
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या और चोरी का मामला दर्ज कर उसे न्यायालय में पेश किया। सजवन्त को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
पुलिस की इस तेज़ कार्रवाई और “दुलार” की सूझबूझ ने ग्रामीणों में सुरक्षा का भरोसा बढ़ाया है। यह मामला डॉग स्क्वाड की उपयोगिता और पुलिस के त्वरित एक्शन की मिसाल है।