दुर्ग। छत्तीसगढ़ की जेलों की सुरक्षा व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में है। दुर्ग केंद्रीय जेल में बंद भाजयुमो नेता लोकेश पांडेय की हत्या की धमकी देकर उनके भाई से 7.95 लाख रुपए और सोने की ज्वेलरी वसूलने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
इस गंभीर मामले में राजनांदगांव जेल में बंद आरोपी रवि विठ्ठल को मोबाइल फोन के जरिए धमकियां देकर वसूली करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी पहले से ही हत्या के मामले में सात साल से जेल में बंद है, लेकिन जेल के भीतर से ही रैकेट चलाता रहा।
धमकी देकर वसूले लाखों रुपए और सोने की ज्वेलरी
पीड़ित अभिषेक पांडेय ने पुलिस को बताया कि जेल में बंद आरोपी रवि विठ्ठल ने कॉल कर धमकाया कि वह उनके भाई लोकेश पांडेय की जेल में ही हत्या करवा देगा। डर के मारे अभिषेक ने आरोपी के बताए अनुसार 5 लाख नकद और 2.95 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए।
इसके अलावा, 11 जुलाई को आरोपी के बेटे के जन्मदिन पर अभिषेक से 2.780 ग्राम का सोने का चेन और 0.850 ग्राम का लॉकेट (कुल कीमत करीब ₹22,500) भी गिफ्ट के तौर पर दिलवाया गया।
कोर्ट में भी दी धमकी
19 जुलाई 2023 को दुर्ग कोर्ट में पेशी के दौरान, आरोपी ने अभिषेक को कोर्ट परिसर में बुलाया और 5 लाख रुपए और देने की धमकी दी। इससे यह साफ हो गया कि आरोपी जेल के बाहर भी नेटवर्क के जरिए लगातार वसूली कर रहा था।
अब तक चार गिरफ्तार, जेल स्टाफ की भूमिका की जांच
सुपेला पुलिस ने इस मामले में रवि विठ्ठल को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर भिलाई लाया है। इससे पहले महेश्वरी बघेल उर्फ पूजा, गुरमीत कौर और विशाल सोनी को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि जेल में रहते हुए रवि विठ्ठल के पास मोबाइल फोन कैसे पहुंचा। क्या इसमें जेल स्टाफ की मिलीभगत थी? यह वसूली रैकेट जेल की सुरक्षा प्रणाली की गंभीर खामियों को उजागर करता है।