रायपुर। छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला प्रदेश की राजनीति का बड़ा मुद्दा बना हुआ है। शनिवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस मामले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा समेत कई अन्य पर कार्रवाई करते हुए दबिश दी। सूत्रों के अनुसार, ईडी ने अपनी ECIR में दावा किया है कि इस घोटाले में हर महीने 50 लाख रुपए कमीशन के तौर पर कवासी लखमा को मिलते थे। हालांकि, कवासी लखमा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कमीशन लेने की बात से इनकार किया है।
इस घोटाले में कई अन्य नेताओं और अधिकारियों के नाम भी सामने आए हैं। ईडी ने अब तक 65 से अधिक लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। वहीं, कवासी लखमा ने खुद को अनपढ़ बताते हुए सवाल खड़े किए हैं कि कांग्रेस शासनकाल में आबकारी विभाग से जुड़े अहम फैसले वे खुद लेते थे या उनकी आड़ में कोई और काम कर रहा था?