छत्तीसगढ़ में ED की छापेमारी, DMF फंड में अनियमितता का मामला

छत्तीसगढ़ में अंबिकापुर, कोरबा, रायगढ़, और जांजगीर-चांपा समेत कई शहरों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की है। यह छापेमारी DMF (जिला खनिज फाउंडेशन) फंड में अनियमितता के आरोपों से जुड़ी है। ED ने कांग्रेस नेताओं और अफसरों के ठिकानों पर भी छापेमारी की है।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार 1 मार्च 2024 को छत्तीसगढ़ के कई शहरों में छापेमारी की। इन शहरों में कोरबा, बिलासपुर, जांजगीर, सूरजपुर, बलरामपुर, बैकुंठपुर शामिल हैं। बालोद जिले के डोंडीनगर में पूर्व मंत्री अनिला भेंडिया के प्रतिनिधि पीयूष सोनी, बैकुंठपुर जनपद के CEO राधेश्याम मिर्झा और कोरबा के कांग्रेस नेता जेपी अग्रवाल के घर पर भी कार्रवाई चल रही है।

DMF फंड क्या है?

DMF फंड खनन प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए बनाया गया है। यह फंड खनन कंपनियों द्वारा जमा किए गए शुल्क से बनाया जाता है। DMF फंड का उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे, और अन्य विकासात्मक गतिविधियों के लिए किया जाता है।

छापेमारी का राजनीतिक प्रभाव:

ED की छापेमारी का छत्तीसगढ़ की राजनीति पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है। कांग्रेस ने ED की छापेमारी को राजनीतिक उत्पीड़न बताया है। कांग्रेस का आरोप है कि BJP केंद्र सरकार का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं को परेशान करने के लिए कर रही है।

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