महादेव ऑनलाइन सट्टा एप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED की बड़ी कार्रवाई, 500 करोड़ की संपत्ति जब्त

महादेव ऑनलाइन सट्टा एप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रायपुर और अभनपुर में लगभग 500 करोड़ रुपये मूल्य की 19 संपत्तियों पर कब्जा कर लिया है। इन संपत्तियों को जब्त कर उनकी खरीद-बिक्री पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। आरोपियों में सृजन एसोसिएट, सुनील दम्मानी, अनिल दम्मानी और माधुरी वर्मा प्रमुख रूप से शामिल हैं। इन संपत्तियों को मनी लॉन्ड्रिंग की पुष्टि के बाद नीलाम किए जाने की संभावना जताई जा रही है।

19 संपत्तियों पर कब्जा और खरीद-बिक्री पर रोक

ईडी ने रायपुर जिले के अभनपुर और रायपुर तहसील के अंतर्गत आने वाली कुल 200 एकड़ भूमि का भौतिक कब्जा ले लिया है। इन संपत्तियों का बाजार मूल्य करीब 500 करोड़ रुपये आंका गया है। इनमें से कई संपत्तियां अभनपुर और रायपुर क्षेत्र की प्रमुख जमीनों पर स्थित हैं। ईडी ने राजस्व विभाग और तहसील कार्यालय के साथ समन्वय कर संपत्तियों के खसरों की जांच की और पंजीयन कार्यालय को पत्र लिखकर इनकी खरीद-बिक्री रोकने का निर्देश दिया।

इन संपत्तियों में प्रमुख रूप से खेत, प्लॉट और अन्य अचल संपत्तियां शामिल हैं। अभनपुर क्षेत्र में कोलर, खोपरा, सलोनी और छछानपैरी में स्थित कई जमीनें, और रायपुर में मुजगहन, टेमरी, सेरीखेड़ी, अशोका रतन और बोरियाखुर्द जैसे स्थानों की संपत्तियों को अटैच किया गया है।

ईडी ने शुरू की नीलामी की प्रक्रिया

मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी संपत्तियों पर जब ईडी कार्रवाई करता है, तो संपत्ति के स्वामी का अधिकार समाप्त हो जाता है। यदि जांच के बाद मनी लॉन्ड्रिंग की पुष्टि होती है, तो ईडी इन संपत्तियों को नीलाम कर देता है। इस मामले में भी ऐसी ही संभावना जताई जा रही है। जब्त संपत्तियों को ब्लॉक कर दिया गया है, ताकि इनकी खरीद-बिक्री या अन्य लेनदेन पर रोक लगाई जा सके।

राजस्व विभाग के साथ समन्वय

ईडी ने कार्रवाई से पहले तहसीलदार रायपुर और अभनपुर को पत्र लिखकर राजस्व अधिकारियों की मदद मांगी थी। संपत्तियों की पुष्टि और जांच के लिए राजस्व विभाग ने जरूरी दस्तावेज उपलब्ध कराए। ईडी ने इन संपत्तियों को पहले ही अनंतिम कुर्क कर लिया था, और 20 अगस्त 2023 को जारी आदेश को 21 मार्च 2024 को न्याय निर्णायक प्राधिकरण ने पुष्टि कर दी। इसके बाद सोमवार को इन संपत्तियों का भौतिक कब्जा लिया गया।

पंजीयन कार्यालय को दिए निर्देश

पंजीयन विभाग को इन संपत्तियों पर किसी भी तरह के लेनदेन पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं। सभी संपत्तियों को खसरा रिकॉर्ड में ब्लॉक कर दिया गया है, ताकि कोई भी खरीद-बिक्री का प्रयास न कर सके।

इन स्थानों की संपत्तियां जब्त

ईडी ने जिन संपत्तियों पर कब्जा किया है, उनमें अभनपुर के कोलर, खोपरा, सलोनी और छछानपैरी की जमीनें शामिल हैं। रायपुर जिले में मुजगहन, टेमरी और सेरीखेड़ी क्षेत्र की प्रमुख जमीनें भी जब्त की गई हैं। इन संपत्तियों का कुल क्षेत्रफल सैकड़ों एकड़ में है।

मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ कड़ा कदम

ईडी की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में सरकारी एजेंसियां सख्ती बरत रही हैं। महादेव ऑनलाइन सट्टा एप से जुड़े इस मामले में जब्त संपत्तियों की नीलामी से सरकार के राजस्व में सुधार होगा और काले धन को उजागर करने में मदद मिलेगी।

आगे की कार्रवाई

ईडी अब इस मामले में आरोपियों के खिलाफ अन्य साक्ष्य जुटाने और उन्हें न्याय के कटघरे में लाने की प्रक्रिया में है। इस कार्रवाई से मनी लॉन्ड्रिंग में लिप्त अन्य संगठनों और व्यक्तियों को भी सख्त संदेश दिया गया है।

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