बस्तर दहला: धर्म, पत्रकारिता और सुरक्षा पर हमले, बस्तर बंद का आह्वान

बस्तर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर में पत्रकार की हत्या, आठ जवानों के शहीद होने और बड़े बोदल में धर्मांतरण विवाद के कारण हुए मारपीट के विरोध में आज बस्तर बंद का आयोजन किया गया। बंद का असर सुबह से ही नजर आया, बाजार पूरी तरह बंद रहे और दुकानों पर ताले लटके दिखे।

यातायात सेवाएं भी बंद रहीं, जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी हुई। बस्तर चैंबर ऑफ कॉमर्स ने इस बंद को समर्थन दिया। वहीं, विश्व हिंदू परिषद और आदिवासी समाज ने शहर में रैली निकालकर प्रतिष्ठान बंद करने की अपील की।

धर्मांतरण विवाद और मारपीट का मामला

30 दिसंबर को जगदलपुर में ईसाई समुदाय की महिला की मौत के बाद शव दफनाने को लेकर विवाद हुआ। यह विवाद इतना बढ़ा कि ईसाई और आदिवासी समुदाय के बीच लाठी-डंडे चले, जिसमें आठ से अधिक लोग घायल हो गए। घटना को शांत कराने पहुंचे गांव के सरपंच भी मारपीट में घायल हो गए। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए भारी बल तैनात किया और पांच लोगों को गिरफ्तार किया।

पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या

पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया कि मुकेश की मौत बेहद बर्बर तरीके से हुई थी। उनके शरीर पर कई गंभीर चोटें थीं, जिनमें लिवर चार हिस्सों में कटा, पसलियां और हड्डियां टूटी हुई थीं, और सिर पर धारदार हथियार के निशान थे।

बीजापुर में आईईडी ब्लास्ट: आठ जवान शहीद

रविवार को बीजापुर के अबूझमाड़ इलाके में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी ब्लास्ट में आठ जवान शहीद हो गए और कई घायल हुए। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि गाड़ी के परखच्चे उड़ गए और जवानों के शव के अंग पेड़ों पर लटके मिले।

इस हादसे में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए दंतेवाड़ा में कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने शहीदों के परिवारों से मुलाकात की और उन्हें कंधा देकर सम्मानित किया।

You May Also Like

More From Author