रायपुर। राजधानी रायपुर में स्वास्थ्य विभाग और खाद्य सुरक्षा विभाग की संयुक्त टीम ने मंगलवार को नकली पनीर बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। यह फैक्ट्री शंकर नगर क्षेत्र में नाले के ऊपर अवैध रूप से चलाई जा रही थी। टीम ने मौके से बड़ी मात्रा में नकली पनीर, कच्चा माल, थर्माकोल डिब्बे और पैकिंग सामग्री जब्त की है।
घटिया सामग्री से बन रहा था पनीर
जांच में खुलासा हुआ कि फैक्ट्री संचालक रामानंद बाघ पाम ऑयल, फैट के डल्ले और दूध पाउडर का इस्तेमाल कर नकली पनीर तैयार करता था। उत्पाद को अस्वच्छ हालात में स्टोर कर पॉलीथिन में पैक किया जाता और रायपुर के कई होटलों, ढाबों और ओडिशा तक सप्लाई किया जा रहा था।
संचालक ने खुद कबूल किया कि एक किलो नकली पनीर बनाने में करीब 180 रुपए की लागत आती है, जिसे वह 240 से 250 रुपए किलो के हिसाब से बाजार में बेचता था।
भारी अनियमितताएं उजागर
अधिकारियों ने बताया कि रामानंद के पास एनालॉग उत्पाद बनाने का लाइसेंस तो था, लेकिन नियमों की खुली अनदेखी की जा रही थी। मौके पर जब्त पैकिंग सामग्री में निर्माण व समाप्ति तिथि, पोषण तत्व और सामग्री की जानकारी अंकित नहीं थी। खुले झिल्ली पैक में पनीर बेचा जा रहा था।
अधिकारियों का बयान
मौके पर पहुंचे सहायक आयुक्त ने कहा,
“खाद्य उत्पादों को नियमानुसार पैक किया जाना चाहिए। पैकिंग पर सामग्री की जानकारी, पोषण तत्व, निर्माण और समाप्ति तिथि का उल्लेख जरूरी है। लेकिन यहां नियमों की धज्जियां उड़ाई गई हैं।”
सैंपल भेजे गए जांच के लिए
फैक्ट्री से लिए गए कई सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद संबंधित धाराओं के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, संचालक से लाइसेंस व अन्य दस्तावेज मांगे गए हैं, जिनकी प्रारंभिक जांच में भारी अनियमितताएं सामने आई हैं।
