छत्तीगढ़ : विधानसभा में छठवें दिन की कार्यवाही दो दिन के अंतराल के बाद 12 फरवरी को फिर शुरू हुई. विधानसभा की कार्यवाही की शुरुआत हंगामे से हुई. विपक्ष ने कई मुद्दों पर हंगामा किया. उसके बाद बीच में कुछ मुद्दों को लेकर विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया. विधायक लखेश्वर बघेल ने किसान आत्महत्या का मुद्दा उठाया.
उन्होंने कहा कि नारायणपुर जिले में आदिवासी किसान हीरूराम ने बैंक से लिए गए कर्ज अदा नहीं कर पाने के कारण आत्महत्या कर ली. इस पर मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि किसान ने आत्महत्या कर्ज की वजह से नहीं की थी.उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक लखेश्वर ने जो सवाल उठाया वह केवल राजनीतिकरण के लिए था.
जिस मृतक ने जहर खाकर आत्महत्या की उसने बैंक से कोई कर नहीं लिया था और उसके ऊपर कोई कर्ज माफी भी नहीं थी. उसने आपसी घर की लड़ाई के कारण आत्महत्या की है. हमारी सरकार को बने 6 से 7 दिन हुए थे. इसके बाद इस मामले में विपक्ष ने खूब हंगामा किया और सदन से वॉकआउट कर दिया.
बता दें, विधानसभा शुरू होते ही विपक्ष ने राज्य के आदिवासी विकास प्राधिकरणों द्वारा किए गए कार्य का मुद्दा उठाया. इस पर आदिम जाति विकास मंत्री राम विचार नेताम ने बताया कि कई कार्यों में बिना काम किए 40 प्रतिशत राशि निकल गई. इस पर कांग्रेस विधायक कवासी लखमा ने कहा कि जिसने राशि निकली उसे जेल भेजना चाहिए. चाहे वह कांग्रेस का हो या बीजेपी का हो.