रायपुर। छत्तीसगढ़ में बिहार दिवस मनाए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तीखा बयान देते हुए कहा कि इस आयोजन का मकसद सिर्फ बिहार चुनाव को ध्यान में रखकर वोट बैंक साधना है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब सरकार पहले ही बन गई थी, तो पिछले साल बिहार दिवस क्यों नहीं मनाया गया?
धान खरीदी पर भी बघेल ने सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि एक तरफ 110 लाख मीट्रिक टन धान उत्पादन का दावा है, वहीं 149 लाख मीट्रिक टन की खरीदी की बात कही जा रही है। उन्होंने दोनों सरकारी आंकड़ों पर सवाल उठाते हुए कहा — “आखिर सच क्या है?”
भू-जल संकट पर भी बघेल ने सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने विधानसभाध्यक्ष द्वारा सरकार को जल संकट पर निर्देश दिए जाने को “त्रासदी से कम नहीं” बताया। बघेल ने कहा कि गर्मी शुरू होते ही जल संकट गहराने लगा है, नल जल योजना अधूरी पड़ी है, पाइपलाइन बिछ गई, टंकी बन गई, मगर पानी अब तक नहीं पहुंचा।
भूपेश बघेल ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि “हमारी नरवा योजना का मजाक उड़ाने वाली भाजपा आज जल संकट से जूझ रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में भू-जल स्तर लगातार गिर रहा है, शहरी और औद्योगिक इलाकों में हालात बदतर हैं।”