गैंगस्टर अमन साहू के मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस ने एक महत्वपूर्ण खुलासा किया है। SSP ने बताया कि अमन साहू का अंतरराष्ट्रीय गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गैंग से कोई सीधा संबंध नहीं है। हालांकि, यह सच है कि कुछ शूटर दोनों गैंग के लिए काम कर रहे हैं, जो आपसी रिश्तों को दर्शाता है।
पुलिस की जानकारी
अमन साहू को हाल ही में झारखंड की जेल से रायपुर लाया गया था और उसे तेलीबांधा शूटआउट मामले में दोबारा रिमांड पर लिया जाएगा। इस शूटआउट में कई लोग घायल हुए थे और इसके पीछे गैंगवार की आशंका जताई गई थी। पुलिस ने इस मामले में गहन जांच की है और इससे जुड़े अन्य अपराधियों को भी चिन्हित किया है।
गैंग्स के बीच संबंध
SSP ने स्पष्ट किया कि हाल के घटनाक्रमों से यह बात साबित होती है कि गैंग्स के बीच आपसी संबंध होना सामान्य है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि अमन साहू सीधे तौर पर बिश्नोई गैंग का हिस्सा है। इस खुलासे से यह भी संकेत मिलता है कि राज्य में गैंगवार की स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस का प्रयास जारी है।
कार्रवाई की योजना
पुलिस विभाग इस मामले की जांच को गंभीरता से ले रहा है और संबंधित शूटरों की पहचान करने के साथ-साथ उन्हें पकड़ने के लिए रणनीति बना रहा है। SSP ने कहा कि जल्द ही मामले में और भी जानकारी सामने आएगी, जिससे अपराधियों के नेटवर्क को तोड़ने में मदद मिलेगी।
इस खुलासे के बाद, पुलिस ने स्थानीय समुदाय से अपील की है कि यदि उन्हें किसी प्रकार की जानकारी मिलती है, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें ताकि अपराध पर लगाम लगाई जा सके।