धमतरी। महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर धमतरी में भगवान भोलेनाथ की भव्य शाही बारात निकाली गई, जो बनारस की तर्ज पर अद्भुत और अलौकिक रही। इस बारात में भूत-पिशाच, अघोरी, देवी-देवताओं के स्वरूप में सजे कलाकारों ने अपनी विशेष प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। भगवान शिव और माता पार्वती की वेशभूषा में कलाकारों ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किए, वहीं छत्तीसगढ़ के आंगा देव और बस्तरिया नृत्य ने बारात की भव्यता को और बढ़ा दिया। इस अनोखी झांकी को देखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचे।
महादेव की यह भव्य शाही बारात मंगलवार को विंध्यवासिनी मंदिर से प्रारंभ होकर सदर बाजार, मकई चौक, शिव चौक होते हुए शहर भ्रमण कर इतवारी बाजार स्थित 1400 साल पुराने श्री बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर में संपन्न हुई। कोलकाता और दुर्ग से आए कलाकारों ने देवी-देवताओं और भूत-पिशाचों की वेशभूषा में अनोखी प्रस्तुतियां दीं, जो आकर्षण का केंद्र रहीं। इस आयोजन की जिम्मेदारी प्राचीन बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर समिति ने निभाई, जो पिछले पांच वर्षों से इस अनूठी परंपरा का निर्वहन कर रही है।
पांच दिवसीय महाशिवरात्रि महोत्सव
इस वर्ष बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि का पर्व पांच दिवसीय आयोजन के रूप में मनाया गया। महोत्सव की शुरुआत 22 फरवरी को हल्दी रस्म से हुई, इसके बाद 23 फरवरी को मेहंदी समारोह और 24 फरवरी को मंगल गीत का आयोजन किया गया। महाशिवरात्रि के एक दिन पूर्व, 25 फरवरी को भगवान शिव की भव्य बारात निकाली गई, जिसमें विभिन्न झांकियों और धार्मिक प्रतीकों ने शोभा बढ़ाई। यह भव्य आयोजन हर वर्ष भक्तों के बीच आकर्षण का केंद्र बनता है, और श्रद्धालु इस पावन आयोजन का बेसब्री से इंतजार करते हैं।