रायपुर। छत्तीसगढ़ में जीएसटी विभाग ने एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा किया है। विभाग ने 170 से अधिक बोगस फर्मों के जरिए करोड़ों रुपए का जीएसटी फ्रॉड करने वाले सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है। इसका मास्टरमाइंड कर सलाहकार मो. फरहान सोरठिया बताया जा रहा है।
जीएसटी विभाग की बीआईयू टीम ने फरहान के कार्यालय और उसके चाचा मो. अब्दुल लतीफ सोरठिया के घर पर छापेमारी कर 1.64 करोड़ रुपए नकद, 400 ग्राम सोना और फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं।
इस तरह रचा गया घोटाला
- फरहान ने कर्मचारियों की मदद से फर्जी किरायानामा, सहमति पत्र और एफिडेविट बनवाकर 172 फर्मों का पंजीयन कराया।
- सिर्फ 26 फर्मों से ही 822 करोड़ का ई-वे बिल जनरेट किया गया, जबकि वास्तविक टर्नओवर महज 106 करोड़ था।
- प्रारंभिक जांच के अनुसार, राज्य को लगभग 100 करोड़ रुपए का जीएसटी नुकसान हुआ है।
छत्तीसगढ़ से लेकर कई राज्यों तक फैला नेटवर्क
जांच में सामने आया है कि यह नेटवर्क केवल छत्तीसगढ़ तक सीमित नहीं, बल्कि पंजाब, असम, मणिपुर और ओडिशा तक फैला हुआ है। विभाग अब इस घोटाले में शामिल ब्रोकर, स्क्रैप डीलर और आईटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट) का फायदा लेने वाली कंपनियों की भी जांच कर रहा है।