रायपुर। छत्तीसगढ़ में मानसून की दस्तक के साथ ही रतनपुर क्षेत्र के कई गांवों में डायरिया ने लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। बीते दस दिनों में रतनपुर स्वास्थ्य केंद्र में उल्टी-दस्त की शिकायत लेकर 80 से ज्यादा मरीज पहुंचे, जिनका इलाज कर उन्हें ठीक किया गया है। फिलहाल रोजाना 10 से 15 मरीज इसी तरह की समस्याओं के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं, जिनका तत्काल उपचार किया जा रहा है।
नवागांव-गिरजाबंद में सबसे ज्यादा असर
रतनपुर के ग्राम पंचायत नवागांव और गिरजाबंद जैसे गांव सबसे अधिक प्रभावित नजर आ रहे हैं। इन दोनों गांवों से अब तक करीब 35 से 40 लोग डायरिया से पीड़ित हो चुके हैं। सभी को रतनपुर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कर इलाज दिया गया। वहीं अन्य छोटे गांवों से भी 2 से 4 मरीज प्रतिदिन पहुंच रहे हैं।
अस्पताल 24 घंटे अलर्ट पर
रतनपुर स्वास्थ्य केंद्र पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। सीएमएचओ के निर्देश पर डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की टीम चौबीसों घंटे ड्यूटी पर तैनात है। अस्पताल में इलाज की सभी जरूरी सुविधाएं जैसे दवाइयां, इंजेक्शन और ओआरएस आदि मुफ्त में उपलब्ध कराए जा रहे हैं। गंभीर मरीजों को भर्ती कर इलाज दिया जा रहा है, जबकि सामान्य लक्षण वाले मरीजों को दवा देकर घर पर आराम करने की सलाह दी जा रही है।
गांव-गांव जाकर जांच कर रही स्वास्थ्य टीम
स्थिति को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम प्रभावित गांवों में भी लगातार पहुंच रही है। टीम घर-घर जाकर लोगों की जांच कर रही है और जरूरत पड़ने पर मौके पर ही प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है। डॉक्टरों की यह टीम लोगों को डायरिया से बचाव के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दे रही है।
ओआरएस और क्लोरीन का वितरण, जागरूकता पर जोर
स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में ओआरएस घोल, जिंक टेबलेट और क्लोरीन लिक्विड का लगातार वितरण किया जा रहा है। स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर लोगों को उबला हुआ पानी पीने, क्लोरीन मिश्रित पानी का सेवन करने और बाहर का खानपान टालने की सलाह दे रहे हैं। इसके अलावा सफाई व्यवस्था को लेकर भी जागरूक किया जा रहा है ताकि संक्रमण पर नियंत्रण पाया जा सके।
स्वास्थ्य विभाग की अपील
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि—
- केवल उबला हुआ या क्लोरीन मिला हुआ पानी ही पीएं।
- ओआरएस का घोल समय-समय पर लेते रहें।
- बाहर के खानपान से परहेज करें।
- साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
- उल्टी या दस्त होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।