डोंगरगढ़ के जारवाही गांव में एक सगाई समारोह ने न केवल इसे यादगार बनाया बल्कि सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता का अनूठा संदेश भी दिया। बीरेंद्र साहू और ज्योति साहू ने परंपरागत रिंग पहनाने के साथ ही एक-दूसरे को हेलमेट पहनाकर सड़क सुरक्षा का संदेश दिया। इस पहल को देखकर उपस्थित लोगों ने जमकर सराहना की।
सड़क हादसे ने बदली जिंदगी
बीरेंद्र के बड़े भाई धर्मेंद्र साहू को “हेलमेट संगवारी” के नाम से जाना जाता है। धर्मेंद्र ने अपने पिता की सड़क दुर्घटना में मृत्यु के बाद सड़क सुरक्षा अभियान शुरू किया। उन्होंने बताया कि हेलमेट नहीं पहनने के कारण उनके पिता को गंभीर सिर चोट आई थी, जो उनकी जान का कारण बनी। इस हादसे के बाद उन्होंने प्रण लिया कि वह लोगों को सड़क सुरक्षा के लिए जागरूक करेंगे।
1,000 से अधिक हेलमेट दान
धर्मेंद्र और उनका परिवार अब तक 1,000 से अधिक हेलमेट दान कर चुका है। वे नियमित रूप से सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाते हैं। धर्मेंद्र की इस पहल में उनके भाई बीरेंद्र, पत्नी त्रिवेणी, बहू सरिता और मां कुमारी साहू भी पूरी तरह सहयोग करते हैं।
समाज को जागरूक करने की प्रेरणा
सगाई समारोह में बीरेंद्र और ज्योति ने हेलमेट पहनने की इस पहल के जरिए सभी को प्रेरित किया। उन्होंने समारोह में उपस्थित सभी लोगों से अपील की कि वे बाइक चलाते समय हेलमेट पहनना न भूलें।
समाज और प्रशासन की सराहना
धर्मेंद्र साहू की इस मुहिम को स्थानीय प्रशासन और समाज के विभिन्न वर्गों से सराहना मिली है। डोंगरगांव के मीडिया साथियों ने उन्हें “हेलमेट संगवारी” का नाम दिया, जो सड़क सुरक्षा का प्रतीक बन चुका है।