Raipur : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में रायपुर के मेफेयर होटल में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को लेकर एक अहम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का उद्देश्य LWE (Left Wing Extremism) की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करना और आगे की रणनीति तय करना रहा।
बैठक में छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी, सुरक्षा बलों के प्रतिनिधि और केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में बस्तर सहित अन्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास, सुरक्षा व्यवस्था और आपसी समन्वय को मजबूत करने पर विशेष जोर दिया गया।
गृहमंत्री अमित शाह के प्रमुख निर्देश:
- नक्सलियों की सप्लाई चेन को खत्म करने और उनके शीर्ष नेताओं की घेराबंदी पर ध्यान केंद्रित किया जाए।
- कोर एरिया में नए सुरक्षा कैंप स्थापित किए जाएं।
- सभी संबंधित राज्य इंटर स्टेट कॉर्डिनेशन के ज़रिए मिलकर कार्रवाई करें।
- शांति वार्ता की संभावनाओं पर भी चर्चा हुई।
अमित शाह ने छत्तीसगढ़ की साय सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि राज्य सरकार का दृष्टिकोण सकारात्मक और नक्सल उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है। बैठक के बाद वे रायपुर एयरपोर्ट होते हुए दिल्ली रवाना हो गए।
गृहमंत्री विजय शर्मा का बयान:
उन्होंने बताया कि बैठक में LWE से संबंधित पुराने कार्यों की समीक्षा की गई है और अब तेजी से काम शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गांव-गांव में सरकारी सुविधाएं जैसे राशन कार्ड, आधार कार्ड, और सोलर पैनल के माध्यम से बदलाव लाया जा रहा है।
राजनीतिक बयानबाजी भी सामने आई
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय गृहमंत्री द्वारा नक्सलियों को “भाई” कहने पर निशाना साधा। इसके जवाब में गृहमंत्री विजय शर्मा ने स्पष्ट किया कि सरेंडर करने वाले हमारे भाई हैं, और जो मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं, उनके लिए दरवाजे खुले हैं। उन्होंने कहा कि हाथ जोड़कर सभी से अपील की गई है कि हिंसा छोड़कर विकास की राह पर लौटें।