Fake Shopping Apps : त्योहारी सीजन के दौरान Amazon और Flipkart जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर सेल्स जोर-शोर से चल रही हैं, लेकिन इसी समय धोखेबाज फेक ऐप्स के माध्यम से लोगों को ठगने की कोशिश भी कर रहे हैं। असली और नकली शॉपिंग ऐप्स में अंतर करना आसान नहीं होता, और इस स्थिति का फायदा ठग उठाते हैं। ऐसे में कुछ सावधानियों को अपनाकर आप ऑनलाइन शॉपिंग स्कैम्स से खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।
फेक शॉपिंग ऐप्स की पहचान के तरीके
- APK ऐप्स से बचें: अगर आपको किसी ऐप को APK फाइल के रूप में डाउनलोड करने के लिए कहा जाता है, तो इसे नजरअंदाज करें। हमेशा गूगल प्ले स्टोर या ऐप्पल ऐप स्टोर जैसे आधिकारिक स्रोतों से ही ऐप्स डाउनलोड करें।
- रिव्यू और डेवलपर की जांच करें: किसी ऐप पर भरोसा करने से पहले उसके यूजर रिव्यू जरूर पढ़ें और डेवलपर की जानकारी को भी जांचें। यह आपको ऐप की विश्वसनीयता का अंदाजा देगा।
- रिलीज डेट की जांच करें: ऐप के लॉन्च डेट को जरूर जांचें। यदि ऐप नया है और उसमें बहुत सारे यूजर रिव्यू नहीं हैं, तो सावधानी बरतें।
- डिस्क्रिप्शन की गलतियां देखें: अक्सर फेक ऐप्स के डिस्क्रिप्शन में टाइपो या अन्य गलतियां होती हैं। इसे ध्यान से पढ़ें, क्योंकि असली ऐप्स में ऐसी गलतियां नहीं होतीं।
- इंस्टॉल संख्या देखें: यदि कोई ऐप लंबे समय से मौजूद है, लेकिन उसकी इंस्टॉल संख्या बहुत कम है, तो इस पर अधिक रिसर्च करें। यह संकेत हो सकता है कि ऐप असली नहीं है।
सावधानी से खरीदारी करें
- अनजान वेबसाइट्स या ऐप्स से शॉपिंग करते समय सतर्क रहें। पहले ही पेमेंट करने से बचें, खासकर सोशल मीडिया लिंक्स से।
- कैश ऑन डिलीवरी का विकल्प चुनें, ताकि आपका पैसा तभी दिया जाए जब आप प्रोडक्ट प्राप्त कर लें।
- शॉपिंग ऐप्स के रिव्यू पढ़ना न भूलें। इससे आपको ऐप की विश्वसनीयता के बारे में जानकारी मिलेगी।
त्योहारी सीजन में सुरक्षित शॉपिंग के लिए इन सावधानियों को अपनाकर आप धोखेबाजों से बच सकते हैं और अपने खरीदारी अनुभव को बेहतर बना सकते हैं।