खरीदी केंद्र में घुसा भूखा हाथी, तिरपाल हटाकर धान खाया और चलता बना

Chhattisgarh : कोरबा जिले के चचिया गांव में हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीती रात एक बार फिर एक दंतैल हाथी ने धान उपार्जन केंद्र में धावा बोल दिया। यह तीसरा मौका है जब हाथी इस केंद्र में घुसकर धान खा गया है। हाथी के आने से यहां के कर्मचारी डर गए और दुबककर अपनी जान बचायी.

हाथी ने बाकायदा तिरपाल हटाया और उसके नीचे रखा धान खाकर चलता बना. वन विभाग को सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची टीम ने हाथी के मूवमेंट का पता लगाने का प्रयास किया.

ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों के आतंक से वे डरे हुए हैं। हाथी अक्सर गांव में घुस आते हैं और फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। उन्होंने वन विभाग से हाथियों को भगाने की मांग की है।

वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वे हाथियों को भगाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि वे हाथियों से दूर रहें और उन्हें भगाने की कोशिश न करें।

छत्तीसगढ़ के सीमाई इलाकों में हाथियों का आतंक लगातार बढ़ रहा है। हाथी न केवल फसलों और घरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, बल्कि लोगों की जान भी ले रहे हैं। हाल ही में, हाथियों ने एक व्यक्ति को कुचलकर मार डाला था।

हाथियों के आतंक को रोकने के लिए सरकार ने कई पहल की हैं। वन विभाग को हाथियों को भगाने और लोगों को सुरक्षित रखने के निर्देश दिए गए हैं। वन विभाग ने हाथियों को भगाने के लिए पटाखे फोड़ने और शोर मचाने जैसी रणनीतियां अपनाई हैं।

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