Arang : आरंग क्षेत्र में महानदी के किनारे अवैध रेत खनन और परिवहन का मामला चिंताजनक है। रेत माफिया बेखौफ होकर ‘छत्तीसगढ़ की जीवन रेखा’ कही जाने वाली महानदी से बेहिसाब रेत निकाल रहे हैं, जिससे नदी के अस्तित्व को खतरा पैदा हो गया है।
यह आश्चर्यजनक है कि रायपुर खनिज विभाग और स्थानीय प्रशासन इस अवैध गतिविधि से अनजान हैं। पारागांव, राटाकाट, गौरभाट, हरदीडीह, कुटेला सहित अनेक गांवों में खुलेआम रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन हो रहा है।
हालांकि, आरंग से 25 किलोमीटर दूर ग्राम कुरूद में खनिज विभाग, आरंग राजस्व विभाग और आरंग पुलिस की संयुक्त टीम ने एक चैन माउंटिंग मशीन और 4 रेत से भरी हाइवा को जब्त किया है। यह एक सकारात्मक कदम है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है।
यह सच है कि पारागांव में चार चैन माउंटिंग मशीन के जरिए महानदी से बेखौफ रेत निकाल जा रही है और 50 से 60 हाइवा के जरिए रेत का अवैध परिवहन भी किया जा रहा है। महानदी के किनारे लगभग तीन किमी तक रेत का अवैध भंडारण भी किया गया है।
सूत्रों के अनुसार, इन जगहों पर राजनीतिक और प्रशासनिक संरक्षण के कारण कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। यह एक गंभीर आरोप है और इसकी जांच होनी चाहिए।