कवर्धा। छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों की सख्त कार्रवाई और राज्य सरकार की नई व बेहतर पुनर्वास नीति का असर अब नक्सलियों पर साफ नजर आ रहा है। इसी सिलसिले में 5-5 लाख रुपये के इनामी नक्सली रमेश उर्फ आटम गुड्डू और उसकी पत्नी सविता उर्फ लच्छी पोयम ने कबीरधाम पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है।
नक्सली गतिविधियों में 8 साल से सक्रिय थे दोनों
29 वर्षीय रमेश, एमएमसी जोन की प्लाटून नंबर 01 और जीआरबी डिवीजन कमेटी का सक्रिय सदस्य रहा है। वहीं, 21 वर्षीय सविता टांडा एरिया कमेटी में कार्यरत थी। दोनों पिछले 8 वर्षों से नक्सली गतिविधियों में शामिल थे और छत्तीसगढ़ के एमएमसी क्षेत्र में सक्रिय रूप से काम कर रहे थे।
2019 में मुठभेड़ में घायल हो चुका है रमेश
बताया गया कि 2019 में थाना भोरमदेव क्षेत्र के बकोदा जंगल में एक मुठभेड़ के दौरान रमेश घायल भी हुआ था। उस समय भी पुलिस को उसकी तलाश थी। संगठन में रहते हुए रमेश के पास 12 बोर की बंदूक और सविता के पास 8 एमएम रायफल थी।
पुनर्वास नीति के तहत मिलेगा लाभ
आत्मसमर्पण करने के बाद दोनों को छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति के तहत सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इसमें आवास, शिक्षा, रोजगार और सुरक्षा की गारंटी शामिल है।
कबीरधाम पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी
यह आत्मसमर्पण कबीरधाम पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। इससे इलाके में नक्सल विरोधी अभियान को मजबूती मिलेगी और स्थानीय लोगों में भी विश्वास बढ़ेगा कि अब जंगल छोड़कर मुख्यधारा में लौटना संभव है।