Raipur : नियमितीकरण, वेतन विसंगति दूर करने समेत दस सूत्री मांगों को लेकर प्रदेशभर के अनियमित कर्मचारियों ने रायपुर में रैली निकाली। छत्तीसगढ़ प्रगतिशील अनियमित कर्मचारी फेडरेशन के बैनर तले कर्मचारियों ने तूता धरना स्थल पर प्रदर्शन किया और उसके बाद रैली निकालकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने के लिए निकले, लेकिन पुलिस ने उन्हें तूता रेलवे ओवरब्रिज के पास रोक लिया।
प्रदेश में लगभग पांच लाख अनियमित कर्मचारी हैं। रैली के बाद कर्मचारियों ने तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। अनियमित कर्मचारी संघ के अध्यक्ष गोपाल साहू ने बताया कि उनकी 10 सूत्री मांगें हैं, जिनमें नियमितीकरण, वेतन विसंगति निराकरण, अनुकंपा नियुक्ति और अनुदान में राशि में वृद्धि समेत अन्य मांगें शामिल हैं।
प्रमुख मांगें:
- नियमितीकरण: कर्मचारियों की स्थायी नियुक्ति की जाए।
- वेतन विसंगति निराकरण: लंबित 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि दी जाए।
- ग्रेड पे निर्धारण: ग्रेड पे को सही तरीके से निर्धारित किया जाए।
- सीआर व्यवस्था में सुधार: सेवा पुस्तिका में सुधार लाया जाए।
- चिकित्सा परिचर्या: स्वास्थ्य सेवाओं का प्रावधान किया जाए।
- अवकाश नियम में बदलाव: अवकाश के नियमों में संशोधन किया जाए।
- अनुकंपा नियुक्ति: अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति की व्यवस्था हो।
- अनुदान में राशि में वृद्धि: अनुदान की राशि में बढ़ोतरी की जाए।
- सेवा पुस्तिका संधारण: सेवा पुस्तिका को सही तरीके से संधारित किया जाए।
- तबादला व्यवस्था में नियमितता: तबादला प्रक्रिया को नियमित और पारदर्शी बनाया जाए।
- धरना प्रदर्शन के दौरान मुकदमा शून्य: धरना प्रदर्शन के दौरान अनियमित कर्मचारियों पर दर्ज मुकदमों को शून्य किया जाए।