महासमुंद। जिले के ग्राम पंचायत बेमचा स्थित धान खरीदी केंद्र में शुक्रवार को किसानों ने तौल में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए भारी हंगामा किया और खरीदी कार्य रुकवा दिया। गड़बड़ी का खुलासा तब हुआ जब एक किसान ने इलेक्ट्रॉनिक तराजू से तौल में अंतर पाया। मामले की जानकारी पर प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच कर किसानों को न्याय का भरोसा दिलाया। वहीं, नाराज किसान केंद्र प्रभारी के खिलाफ एफआईआर की मांग कर रहे हैं।
गड़बड़ी का खुलासा कैसे हुआ?
ग्राम बेमचा के एक किसान ने 32 क्विंटल 20 किलो सरना और मोटा धान खरीदी केंद्र पर तौलने के लिए लाया। तौल के दौरान इलेक्ट्रॉनिक तराजू ने 40 किलो वजन दिखाया, जबकि किसान को गड़बड़ी का संदेह हुआ। किसान ने उसी बोरी का वजन बाहर कराया, तो वजन 42 किलो निकला। 2 किलो के अंतर से किसानों में रोष फैल गया और उन्होंने खरीदी केंद्र पर विरोध प्रदर्शन कर कार्य बंद करवा दिया।
नमी मापन में भी गड़बड़ी
धान तौलने के साथ-साथ नमी मापन में भी गड़बड़ी सामने आई। किसानों ने बताया कि पुरानी मशीन में नमी का स्तर 14.6% दिखाया गया, जबकि नई मशीन में यह बढ़कर 17.6% हो गया। इस अंतर के कारण किसानों को धान वापस ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
जांच में क्या निकला?
अधिकारियों ने मौके पर जांच कराई, जिसमें तौल में अंतर स्पष्ट हुआ। किसानों के सामने किए गए वजन में बोरियों का वजन 42.630 किलो और 42.580 किलो निकला, जबकि शासन के नियम के अनुसार 40 किलो धान और 700 ग्राम बोरे का वजन निर्धारित है। वहीं, तीन दिन पहले खरीदी गई बोरियों का वजन 39.800 और 39.890 किलो पाया गया।
प्रशासन का आश्वासन
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के शाखा प्रबंधक ने स्वीकार किया कि इलेक्ट्रॉनिक तराजू में तकनीकी खराबी है। उन्होंने कहा कि “जांच के बाद जो भी अंतर होगा, उसकी कीमत किसानों को दी जाएगी।” प्रशासन ने किसानों को भरोसा दिलाया कि दोषियों पर कार्रवाई होगी और उनकी शिकायतों का समाधान किया जाएगा।