रायपुर। देश और प्रदेश में धर्मांतरण को लेकर मचे बवाल के बीच भाजपा विधायक पुरंदर मिश्रा ने बड़ा कदम उठाया है। रविवार को उन्होंने धर्मांतरण कर चुकी 4 महिलाओं का पैर धोकर, शॉल और श्रीफल भेंटकर उन्हें हिन्दू धर्म में वापसी कराई। इस मौके पर उन्होंने घोषणा की कि धर्मांतरण रोकने के लिए बनाई गई जगन्नाथ सेना हर रविवार सुबह 9 से 11 बजे सक्रिय रूप से काम करेगी।
पदयात्रा के साथ शुरू हुआ अभियान
घर वापसी कार्यक्रम से पहले विधायक पुरंदर मिश्रा ने कुंदरापारा से मधुपिल्लै चौक तक पदयात्रा निकाली। इस दौरान उन्होंने धर्मांतरण के खिलाफ जन-जागरण अभियान चलाया और लोगों से इस मुद्दे पर जागरूक रहने की अपील की।
जगन्नाथ सेना का उद्देश्य
पुरंदर मिश्रा ने बताया कि उड़िया बस्तियों में धर्मांतरण की सूचनाएं मिलने के बाद जगन्नाथ सेना के गठन का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि सेना का मकसद धर्म विरोधी गतिविधियों को रोकना और शासन-प्रशासन को धर्मांतरण से जुड़ी सूचनाएं देना है। इसके साथ ही, अंदरूनी तौर पर काम कर रही मिशनरी गतिविधियों पर भी यह सेना नजर रखेगी।
RSS और बजरंग दल पर उठे सवाल का जवाब
जब कांग्रेस ने सवाल उठाया कि भाजपा के पास पहले से RSS और बजरंग दल जैसी संगठन मौजूद हैं, तो फिर जगन्नाथ सेना की जरूरत क्यों, तब विधायक मिश्रा ने अनोखे अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने कहा—
“जब हम खाना खाते हैं तो सब्जी, चावल के साथ चटनी भी खाते हैं। जगन्नाथ सेना वही चटनी बनने का काम करेगी।”
“अपराध करेगा तो दंड पायेगा”
इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा सीबीआई और ईडी की शक्तियों को चुनौती देने को लेकर दाखिल याचिका पर भी विधायक पुरंदर मिश्रा ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा—
“जो जैसा करेगा वैसा भरेगा। जो अपराध करेगा, दंड पायेगा।”