जगदलपुर। बस्तर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जो सरकार के शराब माफिया पर सख्ती के दावों की पोल खोल रहा है। चांदनी चौक स्थित सरकारी शराब दुकान में दिनदहाड़े एक युवक को बैग भरकर शराब सौंपते हुए कैमरे में कैद किया गया है। यह युवक कोई आम ग्राहक नहीं, बल्कि एक कोचिया (अवैध शराब विक्रेता) बताया जा रहा है, जो खुलेआम दुकान से बड़ी मात्रा में शराब उठा रहा था।
कैमरे में साफ देखा गया कि युवक बैग थमाता है और कुछ ही देर में वही बैग बियर और शराब की बोतलों से लबालब भरकर लौटा दिया जाता है। कानूनी सीमा के अनुसार एक व्यक्ति को अधिकतम 6 लीटर शराब लेने की अनुमति है, लेकिन इस युवक को लगभग 8 लीटर से अधिक शराब दी गई — जिसमें 9 बियर और 10 क्वार्टर शामिल हैं।
अब बड़ा सवाल उठ रहा है कि यदि दिन के उजाले में इस तरह धड़ल्ले से अवैध सप्लाई हो रही है, तो रात के अंधेरे में क्या कुछ होता होगा?
गली-गली में बिक रही शराब, कोचियों का नेटवर्क सक्रिय
स्थानीय लोगों का दावा है कि शहर में रात होते ही कोचियों का नेटवर्क एक्टिव हो जाता है और हर गली-मोहल्ले में शराब बेची जाती है। इस खुलासे के बाद जब लल्लूराम डॉट कॉम ने आबकारी विभाग से जवाब मांगा, तो संबंधित अधिकारी कैमरे के सामने बोलने से कतराते नजर आए। अधिकारी ने बाइट देने से इनकार करते हुए खुद को “अधिकृत न होने” की दलील दी।
इस रवैये से अब सवाल उठने लगे हैं—क्या सिस्टम जानबूझकर आंखें मूंदे बैठा है या फिर यह पूरे तंत्र की मिलीभगत का परिणाम है?