रायपुर : छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित जग्गी हत्याकांड में आज एक महत्वपूर्ण मोड़ आया, जब मुख्य आरोपियों में से एक, याह्या ढेबर ने रायपुर की जिला अदालत में सरेंडर कर दिया।
यह घटना तब हुई जब सुप्रीम कोर्ट ने 5 आरोपियों को आत्मसमर्पण करने के लिए अतिरिक्त समय दिया था। ढेबर ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई इस मोहलत का इस्तेमाल करते हुए आज आत्मसमर्पण कर दिया।
गौरतलब है कि जग्गी हत्याकांड 4 जून 2003 को हुआ था, जिसमें राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता राम अवतार जग्गी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में 31 लोगों पर आरोप लगाए गए थे, जिनमें से 29 पर मुकदमा चला था।
इस मामले में 27 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी को छोड़कर बाकी सभी शामिल थे।
यह जग्गी हत्याकांड के पीड़ितों और उनके परिवार के लिए थोड़ी राहत की बात है।
अभी भी दो आरोपी फरार:
हालांकि, इस मामले में अभी भी दो आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है।
यह उम्मीद की जा रही है कि ढेबर के सरेंडर से पुलिस को इन फरार आरोपियों को पकड़ने में मदद मिलेगी और उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जा सकेगा।