केशकाल घाट में फिर लगा जाम, सड़क नवीनीकरण के बीच फंसे यात्री और मालवाहक वाहन

कोण्डागांव। छत्तीसगढ़ के केशकाल घाट पर एक बार फिर से भारी जाम लग गया है, जिससे यात्री बसों के साथ मालवाहक वाहन भी बुरी तरह से फंसे हुए हैं। बीती रात एक वाहन के खराब हो जाने के बाद से घाट पर लंबा जाम लग गया, जो अब तक जारी है। इस जाम ने यात्रियों और मालवाहकों की परेशानी को और भी बढ़ा दिया है। खास बात यह है कि आज से घाट की सड़क का नवीनीकरण कार्य शुरू होने वाला था, जिससे इस समस्या को स्थायी रूप से हल किया जा सके, लेकिन उससे पहले ही फिर से जाम लगने की स्थिति सामने आ गई है।

यह कोई पहली बार नहीं है जब केशकाल घाट पर इस तरह का जाम लगा हो। पिछले कुछ महीनों में घाट पर बार-बार जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है। हर बार जाम की वजह से लोगों को घंटों तक फंसे रहना पड़ता है। खासकर यात्री बसों के साथ भारी मालवाहक वाहन इस जाम में बुरी तरह फंस जाते हैं, जिससे लंबी दूरी की यात्रा कर रहे लोग और सामान ढोने वाले व्यापारियों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है।

सड़क की जर्जर स्थिति और ब्रिटिश शासनकाल का निर्माण

केशकाल घाट की सड़क का निर्माण ब्रिटिश शासनकाल में किया गया था। उस समय की बनाई गई यह सड़क अब जर्जर हो चुकी है और इसकी मरम्मत की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही है। घाट पर चढ़ाई और तीव्र मोड़ होने के कारण बड़ी गाड़ियों के फंसने की संभावना ज्यादा होती है, जिससे अक्सर जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। सड़क की खराब स्थिति और बढ़ते यातायात के कारण यह समस्या और भी गंभीर हो गई है।

स्थानीय लोगों और यात्रियों ने कई बार सड़क की मरम्मत और चौड़ीकरण की मांग उठाई है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है। सरकार द्वारा कई बार आश्वासन दिए गए, लेकिन जमीनी स्तर पर इसका कोई परिणाम नहीं देखने को मिला।

नवीनीकरण कार्य की शुरुआत से उम्मीदें

इस बार सड़क के नवीनीकरण का कार्य आज से शुरू होने जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों और यात्रियों को काफी उम्मीदें हैं। यह कार्य अगर सही समय पर पूरा हो जाता है, तो इससे घाट पर लगने वाले बार-बार के जाम से छुटकारा मिल सकता है। सड़क नवीनीकरण से न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि दुर्घटनाओं की संभावनाएं भी कम हो जाएंगी।

इसके लिए जिला प्रशासन ने भी तैयारी शुरू कर दी थी। केशकाल घाट की जर्जर स्थिति को देखते हुए कलेक्टर ने एक दिन पहले ही निरीक्षण किया था। प्रशासन ने दावा किया था कि नवीनीकरण कार्य से जाम की समस्या स्थायी रूप से हल हो जाएगी। हालांकि, नवीनीकरण कार्य शुरू होने से एक दिन पहले ही जाम लगने की वजह से स्थिति और भी गंभीर हो गई है।

पुलिस की मुस्तैदी

जाम को खत्म करने के लिए पुलिस के जवान रात से ही मौके पर तैनात हैं और लगातार प्रयास कर रहे हैं कि किसी तरह जाम हटाया जा सके। हालांकि, घाट की संकरी और जर्जर सड़क पर बड़े वाहन फंसने के बाद उन्हें हटाना काफी चुनौतीपूर्ण हो जाता है। पुलिस प्रशासन ने भी इस समस्या से निपटने के लिए विशेष कदम उठाए हैं, ताकि यातायात जल्द से जल्द सामान्य हो सके।

कांग्रेसी आंदोलन की तैयारी

केशकाल घाट पर बार-बार लगने वाले जाम और सड़क की खराब स्थिति को लेकर स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता भी आंदोलन की तैयारी कर रहे थे। 24 सितंबर से कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क के नवीनीकरण और जाम की समस्या को लेकर आंदोलन करने वाले थे। कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह जनता की समस्याओं को अनदेखा कर रही है और समय पर सड़क की मरम्मत नहीं कर रही।

आंदोलन की खबरों के बीच, प्रशासन ने सड़क नवीनीकरण के कार्य की योजना बना ली थी, लेकिन इसके एक दिन पहले ही घाट पर फिर से जाम लग गया। अब देखना यह है कि नवीनीकरण कार्य के बाद जाम की समस्या स्थायी रूप से हल हो पाती है या नहीं।

यात्रियों की परेशानी

इस जाम की वजह से यात्रियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। यात्री बसों में फंसे लोग खाने-पीने की सामग्री और अन्य आवश्यक सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं। कई यात्री घंटों से जाम में फंसे हुए हैं और उन्हें कोई राहत नहीं मिल पा रही।

मालवाहक वाहनों में फंसे व्यापारियों को भी भारी नुकसान हो रहा है, क्योंकि उनके सामान की डिलीवरी में देरी हो रही है। घाट पर फंसे वाहन चालकों और व्यापारियों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जाए, ताकि उन्हें बार-बार इस परेशानी का सामना न करना पड़े।

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